एसएमसी के अनुसार आरोपी इस मामले में पहले पकड़े गए मुख्य आरोपी भरत उर्फ बॉबी पटेल का हिस्सेदार है। मुंबई निवासी जाकिर दिल्ली में वीजा एजेंट के रूप में काम करता था। अमरीका जाने वाले लोगों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जी पासपोर्ट बनवाता। लोगों को पहले यूरोप के देशों का वीजा दिलाता और अहमदाबाद से दिल्ली, दिल्ली से यूरोप के देशों में ले जाया जाता। वहां से मैक्सिको की बॉर्डर से अवैध रूप से अमरीका में भेजा जाता था। ऐसा करने वाली सिंडीकेट का यह हिस्सा था।
नेपाल बॉर्डर से आया, हैदराबाद में मित्र के घर रुका
एसएमसी के तहत आरोपी के विरुद्ध मामला दर्ज होने पर यह मुंबई चला गया। वहां से पेरिस गया। वहां से फिर मुंबई आया फिर पेरिस गया वहां से बार्सिलोना गया। उसके बाद वहां से दुबई भाग गया। आरोपी दुबई में रह रहा था। दुबई से नेपाल और नेपाल से रोड के रास्ते से 3 अक्टूबर 2024 को मुंबई आया। मुंबई से हैदराबाद गया जहां मित्र के घर रहता था। इसके पास से पांच हजार रुपए जब्त किए हैं। इसके विरुद्ध 2019 में दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट थाने में ठगी की प्राथमिकी दर्ज है। इस मामले में यह छह साल से फरार है। सोला थाने में दर्ज कबूतरबाजी मामले में 11 लोग पकड़े जा चुके हैं।