अच्छी फसल से किसान प्रसन्न है लेकिन जगह की किल्लत के कारण किसानों को कुछ असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ट्रैक्टर ट्रॉलियों की अधिकता और स्थान को कमी के चलते कभी-कभी मंडी के भीतर से पैदल निकलना भी कठिन हो जाता है। आने वाले दिनों में गेहूं की भी भरपूर आवक को देखते हुए व्यापार मंडल कार्यकारिणी अध्यक्ष विजय नागपाल, उपाध्यक्ष अजीत सिंह धन्जू ,सचिव दीपक गोयल तथा कोषाध्यक्ष शंकर लाल शर्मा व्यवस्थाएं सुचारू करने का प्रयास कर रहे हैं।
जगह की समस्या के पीछे सब्जी मंडी का सीमित उपयोग
वर्तमान में धान मंडी का कुछ हिस्सा पूर्व में अस्थाई रूप से थोक सब्जी मंडी को आवंटित किया गया था, जो आज भी उसी रूप में संचालित हो रहा है। इसके चलते मंडी क्षेत्र का एक हिस्सा कृषि जिंसों के लिए उपलब्ध नहीं हो पा रहा। व्यापार मंडल की ओर से कई बार मंडी प्रशासन से अनुरोध किया गया है कि सब्जी मंडी को उसके लिए स्वीकृत नवीन स्थल, जहां करोड़ों की लागत से शेड का निर्माण हो चुका है, में स्थानांतरित किया जाए। शनिवार को हुई सिर्फ माल की लोडिंग
सरसों के साथ-साथ गेहूं की बंपर फसल आने के कारण शनिवार को अनूपगढ़ की अनाज मंडी में खुले बाजार में बोली को पूर्ण रूप से बंद रखा गया। मंडी प्रशासन ने यह निर्णय केवल लिफ्टिंग की सुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लिया गया, ताकि मंडी परिसर में अनावश्यक भीड़ ना हो।
गेहूं सीजन की तैयारी में जुटा मंडी प्रशासन
सरसों के साथ साथ ही अब गेहूं की भरपूर आवक भी जल्द शुरू होने वाली है। इस संभावित आवक को ध्यान में रखते हुए मंडी प्रशासन स्थान व्यवस्था और प्रबंधन को लेकर सजग हो गया है। किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर विचार किया जा रहा है, ताकि फसल की तुलाई निर्बाध रूप से हो सके। मंडी में खाली करने के बाद ट्रैक्टर आदि की पार्किंग दशहरा ग्राउंड में बनाई गई हैं। मंडी में लगातार खाली वाहनों को दशहरा ग्राउंड में खड़ा करने के लिए मुनियादी करवाई जा रही है। इसी के साथ-साथ प्रशासन की तरफ से यातायात व्यस्था के लिए आरएसी जवानों की व्यवस्था की गई है।