तीन मार्च को स्थानीय निर्वाचन प्रक्रिया के उन्नयन के लिए चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाकर लोकतंत्र को मजबूत करने, दूरस्थ मतदाता के पंजीयन तथा ऑनलाइन मतदान की कार्ययोजना सहित स्थानीय निर्वाचन में नवीन तकनीकों को अपनाए जाने जैसे विभिन्न बिंदुओ पर विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। साथ ही इलेक्ट्रानिक कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रिकल्स कार्पोरशन, आईआईटी लिमिटेड बैंगलोर प्रतिनिधियों सहित अन्य निर्वाचन सामग्री उपलब्ध कराने वाले संस्थाओं के प्रतिनिधि नए इनोवेशन की जानकारी देंगे। 4 मार्च को राज्य आयुक्तों का शैक्षणिक भ्रमण होगा। इस दौरान मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा पेपरलेश बूथ का प्रदर्शन किया जाएगा।
कॉन्फ्रेंस में आंध्र प्रदेश की राज्य निर्वाचन आयुक्त नीलम साहनी, दिल्ली-चण्डीगढ़ के डॉ. विजय देव, गोवा के दौलत हवलदार, झारखण्ड के डॉ. बीके तिवारी, कर्नाटक के जीएस संगरेशी, राजस्थान के मधुकर गुप्ता, उड़ीसा के मधुसूदन पाधी, तेलंगाना की आई रानी कुमुदिनी, हिमाचल प्रदेश के अनिल कुमार खांची, असम के आलोक कुमार, तमिलनाडु की बीजोथी निर्मलासामी, महाराष्ट्र के दिनेश टी. वाघमारे, सिक्किम के केसी लेप्चा, जम्मू-कश्मीर के बीआर शर्मा, केन्द्र शासित प्रदेश दादरनागर हवेली, दमन एवं दीव के सुधांशु पाण्डे, त्रिपुरा के शरदेंदु चौधरी, गुजरात के डॉ. एस मुरलीकृष्णन, उत्तर प्रदेश के राज प्रताप सिंह, उत्तराखण्ड के सुशील कुमार, बिहार के डॉ. दीपक प्रसाद और केरल के राज्य निर्वाचन आयुक्त ए. शाहजहां तथा मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार श्रीवास्तव शामिल होंगे। साथ ही राज्य निर्वाचन आयोगों के सचिव एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।