सहारनपुर जिला अस्पताल के इतिहास में पहली घटना
यह ऑपरेशन जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि बन गया है। इसकी वजह यह है कि अभी तक ऐसा कोई मामला पहले नहीं आया था जिसमें इतने अधिक वजन की रसौली को निकाला गया हो। ऑपरेशन करने वाली चिकित्सकों की टीम के मुखिया वरिष्ठ चिकित्सक शिवेंद्र सिंह ने बताया कि इससे पहले चार किलो तक के वजन की रसौली निकले जाने की बात सामने आई है। यह सहारनपुर जिला अस्पताल के इतिहास में पहली बार है जब किसी ऑपरेशन में 12 किलो 100 ग्राम की रसौली निकाली गई है।
एक साल से परेशान थी महिला
सहारनपुर की खाताखेड़ी कालोनी की रहने वाली इस महिला तमन्ना के पति दिलशाद ने बताया कि उनकी पत्नी की उम्र करीब 32 वर्ष है। एक साल से उनकी पत्नी पेट के दर्द से परेशान थी। उपचार के लिए कई प्राइवेट चिकित्सालयों में ले गए लेकिन कोई हल नहीं हुआ। डॉक्टर ऑपरेशन को मना कर देते थे और दवाईयां दे देते थे लेकिन उससे आराम नहीं मिल रहा था। पति के अनुसार जब ऑपरेशन की बात आई तो प्राइवेट अस्पताल में काफी खर्च बताया गया। इसलिए वह ऑपरेशन नहीं करवा पा रहे थे।
ऐसे हुआ ऑपरेशान
प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर काट लेने के बाद 20 फरवरी को यह महिला जिला अस्पताल की ओपीडी में पहुंची। डॉक्टरों ने अलट्रासाउंड किया तो पता चला कि महिला के गर्भाशय में एक विशाल रसौली है। इसके बाद डॉक्टर का पैनल बैठा और सभी रिपोर्ट पर मंथन के बाद ऑपरेशन का निर्णय किया गया। महिला के पति ने सहमति लिखकर दी और कहा कि अगर ऑपरेशन के दौरान कोई परेशानी होती है तो डॉक्टर को इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराएगा। इसके बाद करीब ढाई घंटे तक चले ऑपरेशान में चिकित्सकों ने महिला की आंतों को काटकर दोबारा जोड़ा और पेट के अंदर से 12 किलो की रसौली को बाहर निकाल दिया।