CG New Rail Line: इन 8 जिले के लोगों को होगा फायदा
इसका लाभ छत्तीसगढ़ के 8 जिलों को मिलेगा। इनमें रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, बलौदाबाजार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव शामिल हैं। रेल मंत्री ने बताया कि इस नई लाइन से बलौदाबाजार जैसे क्षेत्रों को सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। ऐसे में सीमेंट संयंत्रों और अन्य औद्योगिक इकाइयों की स्थापना की संभावनाएं बढ़ेंगी। साथ ही कृषि उत्पादों, उर्वरक, कोयला, लौह अयस्क, इस्पात, सीमेंट और चूना पत्थर जैसी वस्तुओं के परिवहन में भी ये उपयोगी सिद्ध होगा।CG New Rail Line: केंद्र सरकार का बड़ा तोहफा! 8741 करोड़ की रेलवे परियोजना को मिली मंजूरी, इन 8 जिलों को होगा फायदा
इसके अलावा परियोजना से रेलवे की क्षमता में वृद्धि होगी। हर साल लगभग 887.7 लाख टन अतिरिक्त माल ढुलाई की जा सकेगी। रेल मंत्रालय का कहना है कि यह परियोजना पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। इससे 95 करोड़ लीटर तेल आयात में कमी आएगी। कार्बन उत्सर्जन में 477 करोड़ किलो कमी होगी, जो 19 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है।
बलौदाबाजार-नवा रायपुर रेल लाइन एक नजर में
रायगढ़, जांजगीर चांपा, बिलासपुर, बलौदा बाजार, लखौली, नवा रायपुर, अभनपुर, बालोद, गुंडरदेही, पाटन, दुर्ग और राजनांदगांव से परमलकसा तक बनेगी। इस बाइपास रेल कॉरिडोर से शबरीनारायण रेल सेवा से जुड़ जाएगा। 178 किमी रेल लाइन में 21 स्टेशन बनेंगे। 615 किमी रेल पटरी बिछेगी। 48 बड़े ओवरब्रिज और 349 माइनर ब्रिज, 14 फ्लाईओवर जिसमें 5 रेलवे का होगा। 184 अंडर पास का निर्माण होगा। इस परियोजना से लगभग 2500 करोड़ रुपए का डीजल बचेगा। बलौदा बाजार और खरसिया जैसे सीमेंट उत्पादन के बड़े इंडस्ट्रियल हब भी इस रेल नेटवर्क से जुड़ेंगे।मुख्य विशेषताएं
कुल लंबाई : 278 किमी लंबा रेलमार्ग, 615 किमी ट्रैक की लंबाईस्टेशनों की संख्या : 21, इनमें छत्तीसगढ़ में 19 नए स्टेशन बनेंगे
पुल और फ्लाईओवर : 48 बड़े पुल, 349 छोटे पुल, 14 आरओबी, 184 आरयूबी, 5 रेल फ्लाईओवर
ट्रैफिक क्षमता : 21 से 38 मिलियन टन कार्गो, 8 मेल/एक्सप्रेस/सेमी हाई-स्पीड ट्रेनें
ईंधन और पर्यावरण संरक्षण : 22 करोड़ लीटर डीजल की बचत प्रतिवर्ष
113 करोड़ किग्रा CO2 की कटौती – यह लगभग 4.5 करोड़ पेड़ों के लगाने के बराबर है।
लॉजिस्टिक्स लागत में भारी कमी : सड़क परिवहन की तुलना में प्रतिवर्ष ₹2,520 करोड़ की बचत
इन जिलों को मिलेगा प्रत्यक्ष लाभ : रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, बलौदा बाज़ार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव।