राजस्थान पत्रिका की ओर से जागरूकता कार्यक्रम के तहत साइबर एक्सपर्ट ने कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति को ओटीपी, यूपीआई पिन, सीसीडी नबर, डेबिट-क्रेडिट कार्ड नबर, बैंक खाता विवरण, पैन कार्ड एवं आधार कार्ड का विवरण नहीं बताए। अनजान व्यक्तियों से प्राप्त होने वाले वीडियो कॉल और फेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करें। अज्ञात स्वोत से प्राप्त लिंक व अटैच फाइल पर क्लिक नहीं करें। ऐसे अनजान लिंक से सतर्क एवं सावधान रहे। अपराधी सोशल मिडिया प्लेटफार्म में परिचित व्यक्ति की डीपी लगाकर इमरजेंसी में होना बताकर रुपए मांगते है, ऐसे फर्जी सोशल मीडिया संदेशों के अनुसार मात्र अपने चित-परिचितों की फोटो देखकर पैसे नहीं भेजे। साइबर एक्सपर्ट ने बताया कि पत्रिका की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान से लोगों में जागरूकता आ रही है। जिसके चलते लोग साइबर ठगी से बचने लगे हैं।
ठगी होने पर इन नंबर पर करें कॉल
साइबर अपराध का शिकार होने पर आप तुरंत साइबर पुलिस थाना पाली के हेल्पलाइन नंबर 9530420905 या नेशनल साइबर पोर्टल के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करवाएं।
ये रहे मौजूद
निवर्तमान पार्षद जयकुमार जसवानी, शकील अहमद नागौरी, भरत जिनगर, मुकेश चावलानी, लक्ष्मणदास सांवलानी, पन्नालाल चितारा, सत्यनारायण कुमावत, मोहन अग्रवाल, हसन अली चौहान, अकरम खिलजी, मेहबूब अली लोहार, मोहम्मद सलीम घोसी, फरीद अली रंगरेज समेत कई लोग मौजूद रहे।