प्रोटीन शेक के फायदे (Benefits of protein shake)
मांसपेशियों की रिकवरी (Muscle recovery)
गर्मियों में अक्सर शरीर को ज्यादा ऊर्जा की जरूरत होती है जैसे जिम, दौड़ना, या खेल खेलना, जिसके दौरान मांसपेशियों को नुकसान हो सकता है। वहीं प्रोटीन शेक मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए बेहतरीन विकल्प है।वजन घटाने में सहायता (Weight loss aid)
प्रोटीन शेक्स में कम कैलोरी होती है और ये पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं। गर्मियों में जब लोग हल्का खाना पसंद करते हैं, प्रोटीन शेक्स एक बेहतरीन विकल्प बन सकते हैं क्योंकि ये आपको लंबे समय तक रिफ्रेश रखते हैं और भूख भी नहीं लगती है। साथ ही, यह शरीर में अतिरिक्त कैलोरी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।ऊर्जा का बेहतर स्रो (Better source of energy)
गर्मी के मौसम में शरीर को अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है, क्योंकि पसीने, भाग-दौड़ के कारण शरीर की ऊर्जा भी चली जाती है। प्रोटीन शेक्स शरीर को जरूरी ऊर्जा देने में मदद करते हैं और इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व जैसे विटामिन और मिनरल्स शरीर को ताजगी देते हैं।शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखता है (Maintains hydration in the body)
गर्मी में हाइड्रेशन बेहद महत्वपूर्ण होता है। कुछ प्रोटीन शेक्स में पर्याप्त पानी की मात्रा होती है, जो शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है। हालांकि, इसके साथ-साथ नियमित रूप से पानी पीना भी जरूरी है।प्रोटीन शेक के नुकसान (Disadvantages of protein shake)
डिहाइड्रेशन का खतरा (Risk of dehydration)
गर्मियों में प्रोटीन का अधिक सेवन शरीर में पानी की कमी का कारण बन सकता है। हाई प्रोटीन की खपत के साथ पानी का अधिक सेवन जरूरी होता है, क्योंकि यह डिहाइड्रेशन को रोकने में मदद करता है।पाचन संबंधी समस्याएं (Digestive problems)
कुछ लोग ठंडे प्रोटीन शेक्स के सेवन से पेट में गैस, सूजन या अन्य पाचन समस्याओं का सामना कर सकते हैं। इसीलिए प्रोटीन शेक का चयन सही तरीके से करना चाहिए।गर्मियों में प्रोटीन शेक पीने के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। यह आपकी शारीरिक गतिविधि, फिटनेस लक्ष्य और आहार के आधार पर निर्भर करता है। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।