इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कुश्ती सिर्फ एक खेल नहीं हमारी परम्परा एवं संस्कृति का एक हिस्सा है। हमारे देश में दशकों से कुश्ती एवं दंगल का आयोजन मेलों और त्यौहारों में होता आया है। कुश्ती एक तरह से हमारी विरासत है।
उन्होंने कहा कि ओलम्पिक में हमारे देश के पहलवानों ने कुश्ती में कई मेडल जीते हैं। इस खेल को आगे बढ़ाने में महिला पहलवानों का भी काफी योगदान रहा है।
पूरे राजस्थान के लिए गर्व की बात
तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता का कोटा में आयोजन पूरे राजस्थान के लिए गर्व की बात है। उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने इस आयोजन के लिए राजस्थान को चुनने के लिए राष्ट्रीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष संजय सिंह एवं राजस्थान कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष राजीव दत्ता को धन्यवाद दिया। कोटा में इस आयोजन से हाड़ौती क्षेत्र में कुश्ती को बढ़ावा मिलेगा एवं यहां की लड़कियां कुश्ती प्रतियोगिताओं में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम रोशन करेंगी।
इन्हें मिला सम्मान
उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने 50 किलो महिला वर्ग कुश्ती में प्रथम रही हरियाणा की विनिता, द्वितीय रही महाराष्ट्र की गौरी, तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से रही दिल्ली की श्रृति एवं कर्नाटक की श्वेता को मेडल पहनाए एवं सर्टिफिकेट प्रदान किए।