CG News: पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी हुई
बताया जा रहा है कि, यहां संचालित होने वाले हाई स्कूल का संचालन फिलहाल तहसील मुख्यालय मर्दापाल में ही किया जा रहा है। इसके पीछे इस स्कूल में शिक्षकों की पदस्थापना ना होना भी है शायद यही वजह है कि, इस विद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी काम हो गई। जबकि यहां पूर्व में आसपास के आधा दर्जन से अधिक गांव के छात्र-छात्राएं इस विद्यालय में पढ़ने आया करते थे, तब भले ही यह भवन नहीं था। लेकिन सब कुछ जुगाड़ में ही सही पर ठीक ठाक चल रहा था। और जबसे मर्दापाल में स्कूल व्यवस्था के तौर पर संचालित किया गया इसके बाद से बच्चों की संख्या भी कम होने की बात कही जा रही है।
वर्ष 2006 में नक्सलियों ने गिराया स्कूल भवन
CG News: जानकारी के मुताबिक वर्ष 2005-06 जब आसपास के इलाकों में स्कूल नहीं थे तब नवागांव में ही पहले से आठवीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही थी। उस दौर में माओवादियों का भी इलाके में अच्छा खासा दबदबा हुआ करता था। और स्कूल भवन को नक्सलियों ने एक दिन अपना निशाना बनायाकर ध्वस्त कर दिया था।
शासन-प्रशासन ने इसी परिसर में जहां
नक्सलियों ने स्कूल भवन ध्वस्त किया था उसी परिसर में हाई स्कूल भवन का निर्माण करवाया है। जहां आज भी यह ध्वस्त हुए भवन का मलबा नजर आ रहा है। जो कही न कही नक्सलियों की उस काली करतूत को ठेंगा दिखा रहा है जो उन्होंने शिक्षा के मंदिर को ध्वस्त किया था।
भारती प्रधान, डीईओ: नए स्कूल भवन में कक्षाएं संचालन को लेकर जल्द ही व्यवस्था की जाएगी। जिससे स्थानीय बच्चों को बेहतर सुविधा मिल सके।