उम्मीदवारों की घोषण के बाद तृणमूल में मचा घमासान
-विधायक व प्रखंड अध्यक्ष पर रुपए लेकर टिकट देने का लगा आरोप हुगली . पंचायत चुनावों के लिए उम्मदीवारों की घोषणा के बाद तृणमूल के दो पक्षों में घासमान शुरू हो गया है। अर्थ के एवज में टिकट बंटवारे का आरोप एक दूसरे पर लगाया जा रहा है। बालागढ़ में तृणमूल कांग्रेस की बैठक तब रद्द हो गयी, जब बलागढ़ के विधायक मनोरंजन व्यापारी पर पंचायत चुनाव के लिए टिकट बेचने का आरोप लगाकर तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने भारी हंगामा खड़ा कर दिया। उधर विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोप से पल्ला झाड़ा और पासा पलटते हुए बालागढ़ प्रखंड ( ब्लॉक) के अध्यक्ष नवीन गांगुली पर इसका आरोप मढ़ दिया।
आपराधिक छवि वाले लोगों को दिए गए टिकट उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों को मोटी रकम के एवज में टिकट बेच दिया गया। यहां तक कि आपराधिक प्रवृति वाले लोगों को टिकट दिए गए हैं। रविवार को बालागढ़ तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष नवीन गांगुली ने जिराट के एक लॉज में बैठक बुलाई थी। प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में टिकट बंटवारे को लेकर उत्पन्न हुए भारी रोष को शांत करने के उद्देश्य से बैठक बुलाई गई थी। लेकिन यहां माहौल शांत होने के बजाय और बिगड़ गया। तृणमूल कार्यकर्ताओं ने एक के बाद एक सवाल खड़े किये। जिसका जवाब देना उपस्थित लोगों के लिए संभव नहीं हुआ। कुछ लोगों ने यह बताना शुरू किया कि टिकट शीर्ष नेताओं ने ठीक किया है। ब्लॉक स्तर पर कुछ भी नहीं हुआ है।
छह विजयी उम्मीदवारों के कटे टिकट बालागढ़ पंचायत समिति के पिछले मंडल के छह विजयी कैंडिडेटों को हटाकर नए चेहरे को टिकट दिया गया है। कई प्रधान और उप प्रधानों और यहां तक कि प्रखंड अध्यक्षों को भी टिकट से वंचित रखा गया है। आरोप है कि टिकट बंटवारे में विधायक मनोरंजन व्यापारी का हाथ है। नवीन गांगुली ने कहा कि जिसका पार्टी से कोई नाता नहीं रहा, जो आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं, उन लोगों और भाजपा समर्थकों को विधायक ने टिकट दिया है। जिन कार्यकर्ताओं का पूरे साल पार्टी के लिए योगदान मिलता हैं, उन्हें टिकट से वंचित किया गया। यह सभी जानकारियां पार्टी के उच्चस्तरीय नेतृत्व को दे दी गई है। प्रखंड महासचिव सुजय मुखोपाध्याय ने आरोप लगाया कि रुपए लेकर टिकट का बंटवारा किया गया है। विधायक के घर में झाड़ू लगाने वाले को टिकट दिया गया है।
टिकट को लेकर हर बार होती है गड़बड़ी खाद्य कर्मध्याक्ष बादल सरकार ने कहा कि वह शुरू से ही पार्टी करते आ रहा हंै। टिकट को लेकर हर बार इस तरह की गड़बड़ी होती है। बाहर सीपीएम से लडऩा पड़ता है और अंदर पार्टी से टिकट लेने के लिए लडऩा पड़ता है। लेकिन इस बार पंचायत में प्रत्याशी घोषित करने से पहले कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी गई। बालागढ़ विधायक मंनोरंजन व्यापारी ने कहा कि ग्राम पंचायत की 238 सीटों में से वह अपने प्रयास से 90 सीटों पर उन्हें टिकट दिलवाया जिन लोगों ने विधानसभा के चुनाव के दौरान उन्हें जिताने में मदद की थी। उन पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह मनगढ़ंत और मिथ्या है। उन्होंने किसी से एक फूटी कोड़ी तक नहीं ली है। यह सारा खेल प्रखंड अध्यक्ष का है। उन्होने टिकट के लिए जिन लोगों से रुपए लिए, उनको वे टिकट नहीं दे सके।