एक दूसरे पर चलाए बयानों के तीर
दिशा की बैठक के संबंध में सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को शिकायत करने को लेेकर ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने जैसलमेर कलक्टर पर एक पार्टी प्रवक्ता बनकर काम करने और उनकी मौजूदगी के बिना बैठक करवाने पर सवाल उठाया। जब पत्रकारों ने इस विषय में दिशा कमेटी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत से पूछा तो उन्होंने कहा कि, बैठक का लेटर 15 दिन पहले सांसद को मिल गया था। वे उसे जेब में डाल कर घूमते रहे। शेखावत ने तंज कसा कि, वे नए-नए कांग्रेस में आए हैं और उसकी पाठशाला में पढ़ रहे हैं। संवैधानिक संस्थाओं व व्यवस्थाओं का अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाने व राजनीतिक विफलताओं को छुपाने के लिए इस्तेमाल करना कांग्रेसियों के स्वभाव का हिस्सा है। इसके बाद सांसद बेनीवाल ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर केंद्रीय मंत्री पर जवाबी हमला किया। सांसद ने शेखावत को मीठा बोल कर जनता को गुमराह करने वाला बताया। उन्होंने बताया कि शेखावत को गत 15 अप्रेल को जिला परिषद की सीइओ ने लिखित सूचना दी थी कि बेनीवाल संसदीय दौरे पर हैं। इसके बावजूद बैठक आयोजित की गई। सांसद ने शेखावत से पूछा कि क्या यह कदम संसदीय विशेषाधिकारों का हनन नहीं है और इस मनमानी के पीछे किसका संरक्षण है?