वहीं, सीधी जिले में कुसमी के ग्राम कोडार में रहने वाले राजकुमार अगरिया का मकान भरभराकर गिर गया। इसी गांव में रामजी साहू के घर पर बड़ा पेड़ गिरने से उनके घर को खासा नुकसान हुआ। रात में परिजन घर के अंदर सो रहे थे। प्रशासन ने नुकसान का आकलन करने के लिए राजस्व अमले को खेतों में जाने के निर्देश दिए हैं।
यह भी पढ़ें- IMD Weather Alert : एमपी में दिखेगा नए पश्चिमी विक्षोभ का असर, मौसम में होने जा रहा बड़ा बदलाव लगभग पककर तैयार थी फसलें
आपको बता दें कि, अंचल के अंतर्गत आने वाले जिलों में गेहूं की फसल लगभग पक चुकी है। कृषि जानकारों की मानें तो अप्रैल तक सभी फसलें कटने भी लगतीं। बारिश होने से गेहूं, चने की गुणवत्ता पर संकट आ गया है।
यह भी पढ़ें- ससुर-दामाद की संदिग्ध मौत, दोनों ने एक साथ पी शराब, बातें करते-करते हुए बेहोश, फिर दोबारा नहीं उठे गेहूं और चने की फसलों को खासा नुकसान
प्रभावित हुए किसानों का कहना है कि गेहूं की दाने बेरंग हो जाएंगे और उसकी चमक भी खो जाएगी। यही नहीं गेहूं के दाने सिलवट लिए सिकुड़े हुए भी हो सकते हैं। इससे गेहूं की फसल के खुले बाजार में भाव पर इस बारिश का असर होगा। चने की फसल को भी इस बारिश ने तोड़कर रख दिया है। दाने झड़ गए हैं।