दीपक (26) पिता बालाराम चोपड़ा शादी के बाद दुल्हन संगीता व परिजन के साथ पटना से इंदौर लौट रहा था। वाहन में नौ लोग सवार थे। बम्होरी ढाबे के पास बंदर वाली पुलिया पर वाहन बेकाबू होकर 10 फीट गहरी खाई में जा गिरा था। इसमें मोहनलाल कुरील(68), नरेंद्र(30), सरिता(25), तस्वी(2), ड्राइवर सौरभ शर्मा और राजस्थान (उदयपुर) की चंदा देवी (60) की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि चालक को झपकी लगने से यह दुर्घटना हुई। शुक्रवार सुबह दीपक ने दम तोड़ दिया। पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। दोपहर में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
ये भी पढ़े –
डंपर की टक्कर के बाद खाई में गिरी एम्बुलेंस, अस्पताल जा रहे मरीज और उसकी पत्नी की दर्दनाक मौत मैंने कहा था… दूर जाना है, ट्रेन से चले जाओ
घायल(Raisen Road Accident) जीजा रवि खोलवाल के पिता भागीरथ ने बताया, कई रिश्ते देखने के बाद परिवार पटना में शादी को राजी हुआ था। शादी के लिए जाने के पहले दीपक से कहा था कि ट्रेन से चले जाओ, बहुत दूर का सफर है। क्या पता था, ऐसा हादसा होगा। बहू सरिता और 18 माह की पोती को तो नहीं बचा सके, इसलिए दिन-रात प्रार्थना कर रहे हैं कि बेटे की जान बच जाए।
ससुराल तक भी नहीं पहुंच पाई बेटी
दुल्हन संगीता के परिजन ज्ञानचंद ने बताया कि विदाई के तुरंत बाद हादसा हो गया। इस वजह से बेटी ससुराल तक नहीं पहुंच सकी। हमारी पहले ही आर्थिक स्थिति कमजोर थी, इस हादसे ने सब कुछ छीन लिया। संगीता की हालत गंभीर है। उसे पटना के एक निजी हॉस्पिटल तक ले जाने में ही करीब 40 हजार रुपए खर्च हो गए। उसके सिर, गले और हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।
पिता रहे नहीं, दीपक ही संभालता था घर
बड़े भाई रवि चोपड़ा ने बताया कि दीपक परिवार में सबसे छोटा था। पिता का साया पहले ही उठ चुका। मां और नानी के साथ दीपक ही घर की जिम्मेदारी संभालता था। शादी के बाद घर में खुशियां आने वाली थीं, लेकिन रास्ते में ही हादसे ने सब कुछ छीन लिया। भागीरथ ने बताया, हादसे ने पूरा परिवार उजाड़ दिया है। रवि का इलाज भोपाल में चल रहा है, लेकिन अब तक होश नहीं आया है।