इंदौर में बढ़ती आबादी और ट्रैफिक को देखते हुए लोक परिवहन (Public Transport) पर जोर दिया जा रहा है। मेट्रो ट्रेन का काम चल रहा है तो विदेश की तर्ज पर हवा में चलने वाली केबल कार की संभावना तलाशी जा रही है। इसमें उन लोकेशन को लिया गया, जो भीड़ वाली हैं और आवाजाही आसान नहीं है। इसके फिजिबिलिटी सर्वे को लेकर वैपकोस एजेंसी ने सात रूट की रिपोर्ट दी थी, जिसमें से सबसे उपयोगी दो को पहले चरण में लिया जाएगा।
राजबाड़ा से पलासिया पर विचार
एजेंसी ने एक येलो रूट भी तैयार किया था, जो 5.52 किमी का होकर रामचंद्र नगर से बड़ा गणपति चौराहा, राजबाड़ा, इंदौर रेलवे स्टेशन होते हुए पलासिया तक था। इस रूट को छोटा कर राजबाड़ा से पलासिया चौराहे तक कर संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि पर्यटन की दृष्टि से इस रूट पर खासी आवाजाही रहेगी। मेट्रो ट्रेन के आने से इस पर क्या प्रभाव पड़ेगा, जैसे बिंदुओं पर एजेंसी को रिपोर्ट देनी है।ये हैं दो रूट
1. ग्रीन लाइन: 6.24 किमी
रूट: चंदन नगर चौराहा, लाबरिया भेरू चौराहा, मालगंज चौराहा, यशवंत रोड गुरुद्वारा, जवाहर मार्ग चौराहा, सरवटे बस स्टैंड, एमवाय अस्पताल होते हुए शिवाजी स्क्वायर तक।
2. ग्रे लाइन: 6.83 किमी
रूट: इंदौर रेलवे स्टेशन, मालवा मिल, पाटनीपुरा स्क्वायर, भमोरी स्क्वायर होते हुए विजय नगर चौराहा तक।