कर्नलगंज में तेजी से बढ़ रहा गोतस्करी का धंधा
विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री सुरेश शर्मा ने बताया कि कर्नलगंज क्षेत्र में गोतस्करी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। पुलिस ने कई बार ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है, लेकिन इसके बावजूद गो तस्कर बेखौफ होकर अपने काम में जुटे हुए हैं। करीब डेढ़ माह पहले कर्नलगंज में कुछ लोग शिवपुरी में भैंस और गायों की तस्करी के साथ शराब सहित पकड़े गए थे। अब वे फिर से गोतस्करी का स्थायी धंधा बना चुके हैं। विहिप की प्रमुख मांगें
गोतस्करी और अवैध वसूली रोकने के लिए विश्व हिंदू परिषद ने सरकार के समक्ष कई महत्वपूर्ण मांगें रखी हैं:
- पशु बाजार और मेले बंद किए जाएं।
- गोवंश तस्करी में इस्तेमाल किए गए वाहनों को आबकारी विभाग की तरह तुरंत राजसात किया जाए।
- जिस थाना क्षेत्र में गोवंश तस्करी हो, वहां के थाना प्रभारी को निलंबित किया जाए।
- एक से अधिक बार गोतस्करी में पकड़े गए आरोपी और वाहन मालिकों के खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की जाए।
- संजीवनी 1962 पशु एंबुलेंस को गोवंश के लिए ₹150 शुल्क मुक्त किया जाए।
- गो उत्पादों को पूरी तरह से टैक्स मुक्त किया जाए।
- पशु जांच चौकियां स्थापित की जाएं।
- गौसमाधि स्थल का चयन कर उसे सुरक्षित किया जाए।
- घास-भूसा की जमाखोरी पर रोक लगाई जाए।
- हार्वेस्टर के उपयोग के बाद मशीन से भूसा बनाना अनिवार्य किया जाए।
- प्रत्येक गोपालन परिवार को घर में गोवंश रखने की सुविधा दी जाए, ताकि बारिश में गायें सुरक्षित रह सकें।
- मनरेगा द्वारा संचालित गौशालाओं को अनुभवी संस्थाओं के माध्यम से चलाया जाए।
- 7 मार्च 2024 को मुख्यमंत्री द्वारा प्रति गोवंश ₹40 अनुदान की घोषणा की गई थी, जो अभी तक गौशालाओं को प्राप्त नहीं हुई है, उसे शीघ्र जारी किया जाए।
सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने इन मांगों को जल्द से जल्द लागू करने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन अवैध गोतस्करी और फर्जी गो सेवकों पर तत्काल सख्त कार्रवाई नहीं करता है, तो वे आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।