Indiscipline: फेसबुक पर अपनी पीड़ा लिखना इंस्पेक्टर को पड़ा भारी, एसपी ने किया निलंबित
धन उगाही से सभी विद्यार्थी परेशान, यूनिवर्सिटी पर भी उठ रहा है प्रश्नचिन्ह
विश्वविद्यालय के छात्रनेता चंद्रपाल सिंह यादव ने कहा, डिग्री कॉलेज के विद्यार्थियों का आरोप है कि, डिग्री कॉलेज द्वारा प्रैक्टिकल फाइल के नाम पर अपनी छपी छपाई नोट बुक बेचने का काम किया जा रहा है, जिसे डिग्री कॉलेज से ही खरीदने का दबाव बनाया जा रहा है। बाहर से फाइल खरीदने पर नंबर काटने की धमकी दी जा रही है। डिग्री कॉलेज द्वारा किए जा रहे इस प्रकार की धन उगाही से सभी विद्यार्थी परेशान है। साथ ही इससे पूरे खोराबार ब्लॉक अंतर्गत ग्रामीण विद्यार्थी अत्यधिक प्रभावित हो रहे हैं। इस तरह के क्रियाकलाप से गोरखपुर विश्वविद्यालय पर भी प्रश्न चिन्ह उठता हैं।
प्रतिदिन गिर रहा है शिक्षा का स्तर
छात्र नेता अर्पित कसौधन ने कहा, बैक पेपर शुल्क विश्वविद्यालय द्वारा पांच सौ रुपए निर्धारित हैं लेकिन डिग्री कॉलेज द्वारा सोलह सौ रुपए लेकर फॉर्म भरवाए जा रहे हैं, इस प्रकार की अवैध वसूली अत्यंत निंदनीय है, इस प्रकार के अवैध वसूली और शिक्षा के व्यवसायीकरण से दिन प्रतिदिन शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। इस अवसर पर आलोक गुप्ता आदि सहित तमाम छात्र नेता उपस्थित रहे।