PMAY योजना में फार्म भरने के नाम पर लिया 10-10 हजार
पुलिस जांच में ठगी के शिकार पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि उनकी रिश्तेदारी मानबेला में है, जहां आरोपी से मुलाकात हुई थी। अभय ने बताया कि वह डूडा में कंप्यूटर ऑपरेटर है और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मानबेला में मकान दिलाने में मदद कर सकता है। उसने दावा किया कि अब तक कई लोगों को आवास दिलवा चुका है और इस समय केवल अनुसूचित वर्ग के लिए आवेदन भरे जा रहे हैं। आरोपी ने फॉर्म भरने के नाम पर हर व्यक्ति से 10-10 हजार रुपये लिए।
लेखपाल और अन्य जांच के मद में कुल 2.10 लाख वसूला
एक महीने बाद उसने लेखपाल के द्वारा जांच के नाम पर 15-15 हजार रुपये और मांगे। पीड़ितों ने पैसे दे दिए, लेकिन इसके बाद भी उन्हें मकान आवंटन को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली। कुछ दिनों बाद अभय ने फोन कर बताया कि उनके नाम आवंटन लिस्ट में आ गए हैं, लेकिन इसके लिए 30-30 हजार रुपये और देने होंगे। उसने कहा कि यह राशि मकान की कुल लागत से कम हो जाएगी। इस तरह कुल 2.10 लाख रुपये वसूलने के बाद जब पीड़ितों ने मकान की मांग की तो कई दिन बीतने के बाद फोन उठाना बंद कर दिया।
SSP के निर्देश पर दर्ज हुआ मुकदमा, पुलिस ने किया गिरफ्तार
ठगी का एहसास होने पर कई पीड़ितों ने मिलकर SSP डॉक्टर गौरव ग्रोवर से अपनी व्यथा बताई और सारे सबूत सौंपे।जांच में मामला सही पाए जाने पर चिलुआताल पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।SP नॉर्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है। इस मामले में और कौन-कौन शामिल है, और इसमें कोई सरकारी कर्मचारी भी शामिल है इसकी जांच जारी है।