Gonda News: उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (यूपीएचएमआईएस) हेल्थ डैशबोर्ड पर चल रही योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान टीवी मुक्त अभियान में लापरवाही पाए जाने पर 16 सीएचसी अधीक्षकों से स्पष्टीकरण तलब किया है। एक सप्ताह का समय देकर शत प्रतिशत लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं
डीएम ने इन योजनाओं की किया समीक्षा
हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, कम्युनिटी प्रोसेस, राष्ट्रीय कार्यक्रम नान कम्युनिकेबल डिजीज नियमित टीकाकरण, वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, हाई रिस्क प्रेग्नेंसी, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति सहित अन्य योजनाओं की डीएम ने गहन समीक्षा की गई। जिला स्वास्थ समिति की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की समीक्षा की गई।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जनवरी, 2025 का भ्रमण की समीक्षा की गई। एनआरसी में भर्ती बच्चों, आरसीएच पोर्टल फीडिंग के स्टेटस, एनपीसीडीसीएस, राष्ट्रीय कुष्ठ नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण कार्यक्रम सहित स्वास्थ्य विभाग में चलाई जा रही योजनाओं की समीक्षा किया।
सीएचसी अधीक्षक सीएचसी पर करें निवास
जिलाधिकारी ने कहा कि जनसामान्य को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के लिए सभी सीएचसी अधीक्षक सीएचसी पर ही निवास करें तथा संस्थागत प्रसव एवं विभिन्न प्रकार के टीकों को समय से लगवाना सुनिश्चित करें। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। चले रहे निर्माण कार्यों की बराबर निरीक्षण करें, तथा बचे हुए कार्यों को समय से पूर्ण कराने के निर्देश दिये।
ई-कवच को पोर्टल को करें अपडेट
आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मरीजों को भर्ती करायें, साथ ही इस पर विशेष ध्यान दिया जाय। ई-कवच को पोर्टल को अपडेट करें। प्रसव केंद्र पर प्रसव की संख्या बढ़ाएं। सब सेंटरों पर एएनएम की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। ताकि सेंटर पर आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ दिया जा सके। Gonda: डीएम का कड़ा एक्शन घरौनी में अनियमितता पर लेखपाल सस्पेंड
टीवी मुक्त अभियान में शतप्रतिशत मरीजों को एडाप कराने के निर्देश
टीवी मुक्त अभियान की समीक्षा के दौरान मरीजों को शतप्रतिशत एडाप एवं डीबीटी की खराब प्रगति पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्पष्टीकरण जारी कर एक सप्ताह के भीतर शतप्रतिशत मरीजों को एडाप कराने के निर्देश दिये हैं।