संकट मोचन तालाब को मिलेगा नया स्वरूप
संकट मोचन तालाब के कायाकल्प के लिए कुल 157.66 लाख रुपए की लागत से परियोजना का टेंडर हो चुका है। इसके साथ ही 100 केएलडी का एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) भी स्थापित किया जाएगा, जिसकी लागत 133 लाख रुपए है। यह एसटीपी तालाब में गिरने वाले गंदे पानी को रोकने और उसका उपचार करने में सहायक होगा।
किशोर सागर में फेंसिंग और ड्रेनेज का कार्य
वहीं, किशोर सागर तालाब के जीर्णोद्धार हेतु 82.50 लाख रुपए की लागत से टेंडर किए गए हैं, जिसमें डी-सिल्टिंग (गाद हटाने), जीआई फेंसिंग, आरसीसी ड्रेन और सौंदर्यीकरण कार्य शामिल हैं। इन दोनों कार्यों को छह महीने की समय सीमा में पूर्ण किया जाना है। दोनों तालाबों से जुड़ी नालियों को डायवर्ट किया जाएगा ताकि घरों से निकलने वाला गंदा पानी सीधे तालाबों में न जाए। इससे न केवल तालाबों का जल स्तर और गुणवत्ता बेहतर होगी, बल्कि इनका धार्मिक और पारंपरिक महत्व भी सुरक्षित रहेगा।
सौंदर्यीकरण के साथ सुविधाएं बढाएंगे
तालाबों के किनारे पाथवे का निर्माण, फ्लोटिंग फाउंटेन, लाइटिंग, पिचिंग वर्क और ट्रीटमेंट ऑफ एल्गी (काई की सफाई) जैसे कार्य किए जाएंगे। साथ ही, बाउंड्री वॉल निर्माण से तालाब में पूजन सामग्री फेंकने की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगेगा। नगर पालिका की मुख्य नगरपालिका अधिकारी माधुरी शर्मा ने बताया कि इन कार्यों के पूरा होने के बाद तालाबों का न केवल सौंदर्य बढ़ेगा बल्कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।अमृत योजना के तहत होगा अन्य तालाबों का विकास
गौरतलब है कि अमृत योजना 2.0 के तहत किशोर सागर, ग्वाल मंगरा, प्रताप सागर और संकट मोचन तालाबों का समग्र सौंदर्यीकरण प्रस्तावित है। गुजरात की मॉस कंपनी द्वारा इनका डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर लिया गया है। शहरवासियों के लिए यह एक बड़ी सौगात होगी, जिससे न केवल पर्यावरणीय सुधार होगा, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन गतिविधियों को भी बल मिलेगा।
इनका कहना है
दोनों तालाब के कायाकल्प के टेंडर हो गए हैं। समय सीमा में तालाब की सफाई, ड्रेनेज, एसटीपी समेत सभी कार्य कराए जाएंगे। काम होने से निश्चित रुप से तालाबों को नया जीवन मिलेगा।
माधुरी शर्मा, सीएमओ, नगरपालिका
फैक्ट फाइल
शहर की आबादी-2.50 लाख
शहर में प्राचीन तालाब- 11
खत्म हो गए प्राचीन तालाब-04
शहर में वार्ड-40