छतरपुर जिला प्रशासन द्वारा इस दिशा में गंभीरता से कार्य किया जा रहा है और लक्ष्य निर्धारित समय से पहले 25 अप्रेल तक कार्य पूर्ण करने का प्रयास किया जा रहा है। इस अभियान के तहत अब हितग्राही घर बैठे ही मेरा ई-केवायसी मोबाइल एप के माध्यम से अपनी और अपने परिवार की ई-केवाइसी कर सकते हैं। यह एप उन हितग्राहियों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है, जो किसी कारणवश उचित मूल्य दुकान या कैम्पों तक नहीं पहुंच सकते।
फेस ऑथेंटिकेशन से आसान हुआ ई-केवाइसी का कार्य पारंपरिक बायोमैट्रिक सत्यापन के अलावा अब फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से भी ई-केवाइसी की जा सकती है। विशेष रूप से 6 वर्ष से कम आयु के बच्चों, बुजुर्गों, अपंगों तथा उन हितग्राहियों के लिए यह सुविधा उपयोगी सिद्ध हो रही है, जिनका अंगूठा या बायोमैट्रिक डेटा सत्यापित नहीं हो पा रहा है। इसके अलावा, जो हितग्राही मध्यप्रदेश के बाहर या अन्य जिलों में रह रहे हैं, वे भी मेरा ई-केवाइसी एप की मदद से अपनी ई-केवाइसी घर बैठे कर सकते हैं।
कैसे करें एप से ई-केवाइसी? एंड्रॉइड मोबाइल उपयोगकर्ता गूगल प्ले स्टोर से मेरा ई-केवाइसी एप डाउनलोड कर सकते हैं। एप का संचालन करते समय मोबाइल की लोकेशन ऑन रखना आवश्यक है। एप खोलने पर फेस ई-केवाइसी का विकल्प दिखाई देगा, जहां सबसे पहले राज्य के रूप में मध्यप्रदेश का चयन करना होगा। इसके बाद 12 अंकों का आधार नंबर दर्ज कर, आधार से लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी दर्ज करना होगा। फिर स्क्रीन पर दिखाई देने वाले कैप्चा कोड को भरकर फॉर्म सबमिट करें।
सबमिट करने के बाद हितग्राही की जानकारी जैसे नाम, समग्र आईडी, जिला आदि स्क्रीन पर दिखेगी। इसके बाद फेस ई-केवायसी के लिए सहमति मांगी जाएगी, जिसे स्वीकार करते ही मोबाइल का फ्रंट कैमरा चालू होगा। हितग्राही को कैमरे के सामने आना होगा और जब चेहरा हरे गोले के भीतर आ जाए, तब दो बार आंखें झपकानी होंगी। इसके तुरंत बाद ई-केवाइसी सफल का संदेश स्क्रीन पर दिखाई देगा, जिसका स्क्रीनशॉट लेना अनिवार्य है। यह स्क्रीनशॉट प्रमाण के रूप में हितग्राही के पास सुरक्षित रहना चाहिए।
हालांकि, पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की ई-केवाइसी के दौरान सिस्टम द्वारा फेस ऑथइज नॉट अलाउड फॉर दिस एज ऑफ रेसिडेंट का संदेश आता है, और उनका डेटा एनआईसी द्वारा संधारित किया जाता है।