जानकारी अनुसार गत वर्ष से एक हजार उपभोक्ता बढ़ कर अब साढ़े बाइस हजार हो गए है। वर्तमान में 22 एमएलडी पानी की कोटा से मांगली पप के जरिए आपूर्ति हो रही है, जो बढ़ती आबादी एवं शहर के विस्तार के हिसाब से कम पड़ रहा है। विभाग के अभियंताओं की ओर से कई माह से तीस एमएलडी पानी की आपूर्ति की मांग की जा रही है, आठ एमएलडी पानी की कमी को पूरा करने के लिए आरयूआईडीपी को कोटा इंटेक व जाखमुंड फिल्टर प्लांट पर नए पंप लगाने है, लेकिन कार्य में देरी एवं नए एस्टीमेट बनने से इस वर्ष नए पंप लगाए जाने की संभावना कम है। शहर में कोटा से जाखमुण्ड प्लांट से मांगली पंप हाउस के जरिए शहर में पेयजल आपूर्ति होती है। इसके लिए दोनों स्थानों पर 26-26 एमएलडी क्षमता के पंप लगे हुए है, जो नए प्रस्ताव के तहत 34-34 एमएलडी क्षमता के लगाए जाने है। आरयूआइडीपी की माने तो आज अगर प्रस्ताव की स्वीकृति मिल भी जाती है तो इस गर्मी में तो कार्य पूरा नहीं हो पाएगा, ऐसे में उपभोक्ताओं के सामने पेयजल संकट बरकरार रहेगा।
परकोटा क्षेत्र में बिछाई लाइन, आपूर्ति नहीं
आरयूआइडीपी की ओर से परकोटा क्षेत्र में 24.5 किमी पाइप बिछाई जानी है, जिसमें से अब तक 17.5 किमी पाइप लाइन बिछाई गई है, लेकिन पाइप लाइन के मिलान के अभाव में अब तक उक्त पाइप लाइन में आपूर्ति शुरू नहीं हो पाई है।
छह माह पूर्व बनाई टंकी, पानी नहीं भरा
आरयूआइडीपी की ओर से नैनवां रोड पप हाउस पर एक करोड़ बीस लाख लीटर स्वच्छ जलाश्य व विकास नगर में चार लाख लीटर की टंकी का छह माह पूर्व निर्माण हो चुका है, लेकिन अभियंताओं की से चालू नहीं किया गया है, ऐसे में जलदाय विभाग ने इसे हैण्ड ओवर भी नहीं किया है, वहीं क्षेत्र के उपभोक्ताओं को इनसे जलापूर्ति भी नहीं हो रही है।
कलक्टर की बैठक में पर्याप्त जलापूर्ति
गत दिनों जिला कलक्टर की अध्यक्षता में पानी-बिजली की व्यवस्था को लेकर कलक्ट्रेट में समीक्षा बैठक हुई, जिसमें अभियंताओं की माने तो जिले में पेयजल संकट की कहीं भी स्थिति नहीं है। सभी जगह पर्याप्त जलापूर्ति की जा रही है, जबकि बैठक में आरयूआइडीपी से कोई भी अभियंता बैठक में शामिल नहीं हुआ। बूंदी शहर को उपभोक्ताओं व आबादी के अनुसार पानी नहीं मिल पा रहा है। देवपुरा, महिन्द्रा कॉलोनी एवं रॉयल सिटी प्रतिदिन लोगों को पेयजल के लिए मशक्कत करते देखा जा सकता है।
आरयूआइडीपी के अभियंताओं की उदासीनता के चलते शहर में कई जगह पेयजल पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहा है। करोड़ों रुपए की लागत से पाइप लाइन बिछाई जा चुकी है, टंकियां बनाई गई है, लेकिन गर्मी में भी उनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस बारे में सभी उच्चाधिकारियों को अवगत करा रखा है।
केसी गोयल, अधिशासी अभियंता, जलदाय विभाग, बूंदी
जिला कलक्टर की बैठक में उन्हें नहीं बुलाया गया। परकोटा क्षेत्र में लाइन मिलाने का कार्य किया जा रहा है। पंप सेट की क्षमता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजे गए है। स्वीकृति मिलने पर कार्य किया जाएगा।
सोनम शर्मा, अधिशासी अभियंता, आरयूआइडीपी, बूंदी