इसी के साथ करीब तीन दशक से चल रही बीकानेर से अनूपगढ़ तक नई रेल लाइन डालने की मांग भी अब आकार ले सकती है। इसकी भी डीपीआर बनाकर रेलवे बोर्ड भेज दी गई है। बोर्ड से स्वीकृति जारी होने के बाद दोनों कार्य शुरू हो सकेंगे। बीकानेर से अनूपगढ़ तक नई रेल लाइन से बिछने से सैकड़ों गांवों के लोगों को फायदा मिलेगा।
बीकानेर से अनूपगढ़ वाया खाजूवाला-छतरगढ़ करीब 185 किलोमीटर रेल लाइन बिछानी प्रस्तावित है। इनमें बीकानेर से अनूपगढ़ तक 2277.24 करोड़ डीपीआर की लागत आंकी गई है। नई लाइन (रोजड़ी से खाजूवाला 55 किमी) भी शामिल की गई है। रेलवे ने 160 किमी प्रति घंटे की स्पीड तक ट्रेन के दौड़ने वाला ट्रेक बिछाने की डीपीआर तैयार की है।
डबल ट्रैक से बढ़ेगी ट्रेनों की संभावना
बीकानेर-लालगढ़ के बीच डबल ट्रेक बनने पर बीकानेर से कई नई ट्रेनों के संचालन की संभावना बढ़ जाएगी। मंडल में विद्युतीकरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। दोहरीकरण से लंबे रूट की ट्रेनों के संचालन में आसानी होगी। ट्रेनों को सिग्नल के इंतजार में स्टेशन पर खड़ा नहीं रखना पड़ेगा।
डीपीआर बोर्ड को भेजी
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि अनूपगढ़ -बीकानेर नई लाइन तथा लालगढ़-बीकानेर व नारनौल-फुलेरा रेल मार्ग दोहरीकरण कार्य की डीपीआर रेलवे बोर्ड को भेज दी गई है।