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CG News: नक्सली हमले में शहीद जवान को पुलिस लाइन में अंतिम सलामी, देखें तस्वीरें दिनेश गंगालूर इलाके में ही 20 साल तक आतंक का पर्याय था। उसे गंगालूर के चप्पे-चप्पे की जानकारी थी। उसे पता था कि इस इलाके में नक्सली कब और कैसे मूवमेंट करते हैं। फोर्स ने उसके इनपुट का इस्तेमाल किया और बड़ी सफलता मिल गई। दिनेश
बीजापुर जिले में हुई नक्सल घटनाओं में अधिकांश का मास्टरमाइंड था। वह मोस्ट वांटेड था। सरकार ने इस पर 8 लाख रुपए का इनाम रखा था।
सरेंडर करने के बाद डीआरजी जवान बना था शहीद राजू गुंरुवार को हुई मुठभेड़ में शहीद डीआरजी जवान राजू ओयाम बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लाक के बोडक़ा का रहने वाले था। उसने कुछ महीने पहले ही नक्सली विचारधारा छोड़ी थी और मुख्यधारा में शामिल हुआ। राजू की किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। वह फोर्स के लिए लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ। शुक्रवार को बीजापुर के पुलिस लाइन में उसे अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
नक्सलियों के पास से ये हथियार बरामद - 1 नग एके47 राइफल , 2 मैगजीन, 36 नग कारतूस
- 1 नग स्नाइपर एसएलआर राइफल, 4 मैगजीन, 4 नग कारतूस
- 1 नग इंसास राइफल, 1 नग मैगजीन, 1 नग कारतूस
- 3 नग 303 राइफल, 4 मैगजीन, 64 नग कारतूस
- 1 नग 315 बोर राइफल, 1 मैगजीन, 40 नग कारतूस
- 2 नग 12 बोर गन, 40 सेल
- 1 नग बीजीएल लॉन्चर बड़ा मय स्टेण्ड, 9 नग बीजीएल सेल, स्पेंटल-15 नग
- 3 नग बीजीएल लॉन्चर, 5 नग सेल, स्पेंटल-26 नग छोटा