जुमा की नमाज के बाद मुस्लिम समाज का बड़ा संदेश
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के विरोध में शुक्रवार को राजधानी भोपाल की मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की गई। मुस्लिम समुदाय के लोग काली पट्टी बांधकर मस्जिदों में पहुंचे और देश के शहीद जवानों के लिए दुआएं मांगीं। नमाज के बाद शहर की कई सड़कों पर मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोग उतर आए और हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की। एमपी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष संकील खान ने इस मौके पर कहा कि अब वक्त आ गया है जब मुस्लिम समाज को आतंकवाद के खिलाफ खुलकर खड़ा होना होगा। उन्होंने मस्जिदों से पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ फतवा जारी करने की अपील की और कहा, “जो निर्दोषों का खून बहा रहे हैं, वे इस्लाम के दुश्मन हैं। हमें इस्लाम की असल तस्वीर दुनिया के सामने रखनी होगी।”
यह भी पढ़े –
‘कश्मीर घाटी’ से मोह भंग, 40% तक बढ़ी इन 2 जगहों की बुकिंग पाकिस्तानियों का प्रवेश वर्जित, मिठाई तक पर पाबंदी
इंदौर में गुस्से का आलम कुछ और ही था। 56 दुकान क्षेत्र के व्यापारियों ने अनोखा विरोध जताया। दुकानों के बाहर पाकिस्तान सेना प्रमुख असीम मुनीर की मॉर्फ्ड तस्वीरें लगाई गईं, जिन पर लिखा था, “सूअरों और पाकिस्तानियों का प्रवेश वर्जित है।” व्यापारियों ने ऐलान किया कि अब पाकिस्तान से आने वाली कोई भी चीज जैसे शक्कर, ड्राई फ्रूट, मसाले, डेकोरेशन आइटम्स बिक्री के लिए नहीं रखी जाएगी।
ग्वालियर में लगे पकिस्तान मुर्दाबाद और भारत जिंदाबाद के नारे
ग्वालियर में जुमा की नमाज के बाद मुस्लिम समाज ने संगठित रूप से विरोध दर्ज कराया। मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की गई और आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक दुआ मांगी गई। स्थानीय उलेमा और धर्मगुरुओं ने आतंकवाद के खिलाफ फतवा भी जारी किया और पाकिस्तान की भूमिका की निंदा की। सड़कों पर निकले प्रदर्शनकारियों ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘भारत जिंदाबाद’ के नारे लगाए। यह भी पढ़े –
Pahalgam Terror Attack: एमपी में आए इन 33 पाकिस्तानियों को छोड़ना होगा देश सहने की भी होती है हद- कैलाश विजयवर्गीय
सतना में बीजेपी युवा मोर्चा ने मशाल जुलूस निकाला। हाथों में जलती मशालें और मुट्ठियों में गुस्सा लिए युवा कार्यकर्ता सड़कों पर निकले। इस जुलूस में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी शामिल थे। इस जुलूस में पकिस्तान मुर्दबाद के नारे लगाए गए। इस दौरान विजयवर्गीय ने पकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि सहनशक्ति की सीमा होती है। मुझे लगता है प्रधानमंत्री मोदी ने जो कहा वो होगा। अब भारत की सेना PoK के अलावा पकिस्तान के अंदर घुसकर मारेगी।
ट्रांसजेंडर समुदाय ने किया खून से दस्तखत
ग्वालियर में ट्रांसजेंडर समुदाय ने अपने खून से ज्ञापन तैयार किया और आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। यह अभियान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। समुदाय की प्रतिनिधि नूरी खान ने कहा, “हम समाज के किसी भी कोने में हों, लेकिन जब बात भारत माता की रक्षा की होती है, तो हम भी सीना ठोककर खड़े होते हैं।”
राजनीतिक और सामाजिक संगठनों की एकजुटता
इस हमले के बाद प्रदेश में राजनीति से लेकर सामाजिक संगठनों तक एकजुटता दिखी है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य संगठनों ने भी आतंकवाद के खिलाफ एक सुर में विरोध जताया। कई स्थानों पर मोमबत्ती मार्च, मानव श्रृंखला और विरोध सभाएं भी आयोजित की गईं।