महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आदिल के बलिदान पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिवार को अपनी तरफ से 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की है। यह सहायता राशि आज शिवसेना कार्यकर्ताओं और सरहद संस्था के पदाधिकारियों के माध्यम से आदिल के परिवार को सौंपी गई। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री शिंदे ने वीडियो कॉल के जरिए आदिल के परिवार से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया और आदिल को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कश्मीरी युवक सैयद आदिल हुसैन शाह खच्चर ऑपरेटर था और पहलगाम आने वाले पर्यटकों को बैसरान घाटी घुमाने का काम करता था। हमले के दौरान जब आतंकवादी सामने आए, तो आदिल ने निडर होकर एक आतंकवादी की रायफल छीनने की कोशिश की ताकि उसके खच्चर पर बैठे पर्यटक की जान बचा सके। दुर्भाग्यवश वह कामयाब नहीं हुआ और आतंकवादियों ने आदिल को कई गोलियां मारी, जिससे उसकी जान चली गई। आदिल की बहादुरी के बारे में खुद उन पर्यटकों ने बताया जो इस हमले में बच गए।
आदिल की बहादुरी को सलाम करते हुए शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि उसने कई पर्यटकों की जान बचाई, उसकी शहादत बेकार नहीं जाने देंगे। उपमुख्यमंत्री शिंदे ने न सिर्फ आदिल के परिवार को आर्थिक सहायता की, बल्कि उनके परिवार के जीर्ण-शीर्ण मकान का पुनर्निर्माण कराने का भी आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा, आतंकवादियों का साहसपूर्वक सामना करने वाले आदिल का बलिदान मानवता और शौर्य का एक महान उदाहरण है। आदिल के निधन से शोक में डूबे परिवार के प्रति सहानुभूति और संवेदना व्यक्त करने हेतु मैंने व्यक्तिगत रूप से उसके परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया, और वीडियो कॉल के माध्यम से परिवार से संवाद कर उन्हें सांत्वना दी। उनके परिवार के साथ हम सब खड़े है।
इस दौरान आदिल के भाई ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात की और हमले के दिन की घटना को विस्तार से साझा किया और बताया कि कैसे आदिल ने पर्यटकों को बचाने के लिए आतंकियों का सामना किया और मारे गए।