यदि काम पूरा नहीं हुआ तो फिर संबंधितों पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी। दरअसल पीडीएस हितग्राहियों के लिए नगर निगम व खाद्य विभाग को ई-केवायसी की प्रक्रिया करना है।
काम में लाएं तेजी
इसके साथ ही निगम अफसरों को सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों की ई-केवायसी करना है। यहां कलेक्टर ने पीडीएस दुकान के सेल्समैन को प्रमुख जिम्मेदार माना। कहा कि सबसे पहले सेल्समैन को ही हटाया जाएग। ई-केवायसी से खाद्य सुरक्षा अधिनियम के अंतर्गत राशन का लाभ बिना बाधा मिलता रहेगा। निगम अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि समग्र ई-केवायसी के काम में तेजी लाई जाए तथा निकाय वार विशेष शिविर आयोजित कर बचा हुआ काम पूरा करें। ये भी पढ़ें:
रेलवे का ऐलान, एमपी के 4 बड़े स्टेशनों से होकर चलेगी स्पेशल ट्रेन शिकायतें 50 दिन तक कैसे पेंडेंसी रह सकती हैं ?
यहां सीएम हेल्पलाइन में जिले के 28वें नंबर पर आने पर काफी नाराजगी जताई। नगर निगम, पुलिस प्रशासन, महिला बाल विकास विभाग में शिकायतों की पेंडेंसी ज्यादा है। इनमें 30 फीसदी से अधिक शिकायतें 50 दिन की पेंडेंसी में हैं। इस पर अफसरों से पूछा कि 50 दिन तक कोई शिकायत कैसे पेंडिंग रह सकती है। कलेक्टर ने संबंधित पर कार्रवाई करने के लिए कहा।