राहगीरों के कंठ प्यासे, कागजों में चल रही प्याऊ
अलग-अलग पांच स्थलों पर बनाए प्याऊ प्वॉइंट एक पर भी नहीं मिले पानी के इंतजाम


सरकार का दिल नरम तो अब तकनीक ने अटकाई राहत
मिहोना. जून माह की भीषण गर्मी में भी राहगीरों को सार्वजनिक प्याऊ पर पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। मिहोना कस्बे में अलग-अलग पांच सार्वजनिक स्थलों पर स्थापित किए गए प्याऊ के नाम पर प्रति माह 30 हजार रुपए का खर्चा तो दर्शाया जा रहा है पर जमीनी स्तर पर प्याऊ संचालित नहीं किए जा रहे। आलम ये है कि कस्बे से गुजरने वाले लोगों को प्यास बुझाने के लिए पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कस्बे के बालाजी सूर्य मंदिर, मछण्ड तिराहा, गल्ला मंडी, लहार रोड एवं थाने के पास अस्थाई प्याऊ संचालित कराई गई है। मई माह से शुरू किए गए प्याऊ पर बमुकिश£ सप्ताह भर पानी पिलाने वाले लोग बैठे उसके बाद से प्याऊ के अंदर न तो पानी के मटके नजर आ रहे हैं और ना ही पानी पिलाने वाला शख्स दिखाई दे रहा है। रविवार को पत्रिका टीम ने कस्बे का भ्रमण कर प्याऊ की स्थिति जानी तो एक भी प्याऊ पर पानी के इंतजाम और पानी पिलाने वाला मौजूद नहीं मिला।
– श्रद्धालुओं के अलावा कृषक और राहगीर हो रहे सर्वाधिक परेशान
बालाजी सूर्य मंदिर पर प्रति दिन हजारों श्रद्धालुओं का आवागमन होता है। ऐसे में मंदिर पहुंचने वाले महिला, पुरुष, बच्चों और बुजुर्गों को पानी उपलब्ध नहीं होने पर मजबूरन खरीदकर पीना पड़ रहा है। वहीं गल्ला मंडी पर प्याऊ स्थापित होने के बावजूद वहां पानी की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में गल्ला बेचने के लिए आने वाले किसान पेयजल के लिए भटकते नजर आ रहे हैं। उधर मछण्ड तिराहे पर राहगीरों को शीतल जल नहीं मिल पा रहा। वहीं थाने के सामने लगाए गए प्याऊ पर भी लोग पानी की आस में पहुंचते हैं लेकिन पेयजल नहीं मिलने के कारण निरश होकर लौट रहे हैं।
– प्याऊ पर पानी पीने गए पानी ही नहीं मिला
यूपी के जालौन जिले से बालाजी के दर्शन करने आया हूं। दोपहर के वक्त प्यास लगने पर जब प्याऊ पर गया तो वहां न तो पानी से भरे मटके मिले न कोई पानी पिलाने वाला व्यक्ति नजर आया। ऐसे में खरीदकर पानी पीना पड़ा।
पंकज शर्मा, श्रद्धालु बंगरा जालौन यूपी
– प्याऊ लगाने का दिखावा किया जा रहा
नगर में प्याऊ लगाने का दिखावा किया जा रहा। बच्चों को साथ लेकर कस्बे में खरीददारी करने के बाद लौटते वक्त दोपहर में मछण्ड तिराहे पर लगे प्याऊ पर गई तो पानी ही नहीं मिला। सब अंधेरगर्दी चल रही है। बच्चों के लिए दुकान से पानी का पाउच लेना पड़ा।
अनीता शुक्ला, राहगीर मछण्ड
– पानी पिलाने वाले आज ही नहीं बैठे होंगे वैसे तो रोज बैठते हैं
मैं अभी दिखवाता हूं। पानी पिलाने वाले वैसे तो नियमित रूप से बैठते हैं। आज ही नहीं बैै होंगे। प्याऊ गर्मी भर सतत रूप से संचालित कराई जाएगी।
महेंद्र सिंह कुशवाह, सीएमओ नगर परिषद मिहोना
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