स्वास्थ्य विभाग के अनुसार हर साल पेट दर्द के रोगियों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। जिले में हनुमानित 55 हजार लोग पेट की बीमारियों से जूझ रहे हैं। इनमें गलत खानपान शामिल है। दूषित भोजन, चाट-पकौड़ी, वर्गर, पीजा, पेटीज, दावेली, फिंगर, चाप आदि हानिकारक मशालों और तेलों से तैयार किए जा रहे हैं। पेट के लिए सबसे घातक अरारोट होता है, जो फास्ट फूड में प्रमुखता से मिलाया जाता है।