दरअसल, चंद्रशेखर कोहाड़ नागपुर का रहने वाला है। वह मुलताई तहसील में किराए के मकान में रहता है। आयकर विभाग का नोटिस मिलने के बाद से वह मानसिक रूप से काफी परेशान है।
बैंक प्रबंधन पर है शक
जब पूरे मामले की परत खुली तो पता चला कि उसने 4 साल पहले श्रीनाथ मंगलम बैंक में चालू खाता खुलवाया था। जब वह नागपुर में पेटी ठेकेदारी और दूध का काम करता था तो रोजाना 200 से 300 रुपए की बचत करके बैंक में जमा कर देता था। जिसके बाद बैंक एजेंट ने चंद्रशेखर से उसका फोन नंबर भी लिया था, लेकिन उसने फोन नंबर से बैंक खाते को लिंक नहीं किया। तो उसे खाते का कहां इस्तेमाल हो रहा। कहां नहीं इसकी जानकारी नहीं मिली। जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग की ओर से आए नोटिस में चंद्रशेखर के खाते से लगभग 3 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। इधर, दिहाड़ी मजदूरी करने वाले चंद्रशेखर का कहना है कि उसने कभी एक लाख रुपए अपने खाते में नहीं देखें। इतनी बड़ी खबर सुनकर वह सकते में आ गया। जिसके बाद इलाज कराने के लिए नागपुर गया हुआ था।
बता दें कि, चंद्रशेखर को महाराष्ट्र आयकर विभाग की ओर से नोटिस आया है।