सड़कें टूटी व क्षतिग्रस्त होने से लोग परेशान
सड़कें टूटी व क्षतिग्रस्त होने से लोग परेशान है। शहर के मुख्य बाजारों सहित अन्य सड़कें संकरी होने के कारण लोगों को जाम में फंसे रहने से परेशान होना पड़ता है। संकरी सड़कों पर बने ओवरब्रिज से नीचे वाहन पार्किंग की जगह तक नहीं है। इसी तरह नए बस स्टैंड स्थित गंदे नाले की सुध नहीं लेने से इसमें कचरा और गंदगी अटी पड़ी है।शहर में ड्रेनेज सिस्टम नहीं
खुले नाले में पशु गिरते है और इन्हें बाहर निकालने के लिए लोगों को मशक्कत करनी पड़ती है। शहर में ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने से बारिश के दिनों में भगतसिंह सर्किल, नेहरू कॉलोनी, शास्त्री सर्किल क्षेत्र व जिला अस्पताल सहित मुय सड़कें तालाब बन जाती है। शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग भी बरसों से चल रही है।घोषणाओं का हो क्रियान्वयन
पूर्व राज्य सरकार ने 35 करोड़ रुपए न्यू बस स्टैंड स्थित गंदे नाले का सौंदर्यीकरण, बीपीएल क्वार्टर व चौपाटी निर्माण के लिए बजट में स्वीकृत किए। 2 करोड़ रुपए छतरियों का मोर्चा से बालोतरा मेगा हाइवे तक 5 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य के स्वीकृत किए। लेकिन डेढ़ साल बाद भी नए बस स्टैंड स्थित गंदे नाले का सौंदर्यीकरण नहीं हुआ। इसी तरह 5 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य भी अटका है। जबकि शहर के विकास कार्यों के लिए नगर परिषद ने भी दो साल पहले 124.85 करोड रुपये का बजट पेश किया।राजस्थान के 1256 गांव और 6 शहरों के लिए बड़ी खुशखबरी, इस बांध से पहली बार मिलेगा पीने का पानी
हर दिन होते हैं परेशान
बालोतरा जिला बनने के बावजूद यहां विकास कार्य धरातल पर नहीं आए है। पार्क उजड़े हुए हैं। टाउन हॉल खस्ताहाल है। स्टेडियम का निर्माण कई वर्षों बाद आज भी अधूरा है। सड़कें जगह-जगह से टूटी है। शहर के नाले व सीवरेज कार्य पर सरकार और प्रशासन का नियंत्रण नहीं है।-अमित सिंघवी, उद्यमी
रेल सुविधाओं के विस्तार की जरूरत
बालोतरा पश्चिमी राजस्थान का बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। हर वर्ष राजस्व के रूप में करोड़ों रुपए से सरकार का खजाना भरता है, लेकिन विकास की दृष्टि से बहुत पिछड़ा है। पार्किंग अभाव में सड़कों से पैदल गुजरना मुश्किल हो रहा है। रेल सुविधाओं के विस्तार की जरूरत है। मुख्य मार्गों, बाजारों से अतिक्रमण हटाएं, चौराहों का सौन्दर्यकरण करवाएं।-जनक चोपड़ा, उद्यमी