Barmer News: राजस्थान के बाड़मेर में बढ़ी गर्मी से न केवल जनजीवन प्रभावित हुआ है, अब तो सांपों का भी बिल में रहना मुश्किल हो गया है। पिछले एक माह से सांप बिल छोड़कर निकल रहे हैं। प्रतिदिन 20 से 25 सांपों को पकड़कर वापस जंगल में छोड़ा जा रहा है। सांप पकड़ने में माहिर युवा ने इसकी ताईद की है। उसका मानना है कि दिन में सांप बिल में रहते हैं, लेकिन शाम से सुबह तक यह बाहर आ जाते हैं।
बाड़मेर शहर का मुकेश माली सांप पकड़ने की महारत हासिल किए है। वर्ष 2016 से अब तक 10 हजार के करीब सांप पकड़ चुके मुकेश के लिए सांप पर काबू पाना दाएं हाथ का खेल है। वह पूंछ से सांप को पकड़ता है और झट से एक डिब्बे में पैक करके जंगल में छोड़ आता है। मुकेश बताता है कि पिछले एक माह से मेरे पास 20 से 25 कॉल दिनभर में आने लगी हैं, जो पिछले सालों के मुकाबले ज्यादा है।
उसने दो और युवाओं को भी अपना काम अब सिखा लिया है, जिससे कि ज्यादा कॉल आने पर वो भी पहुंचे। मुकेश का अनुभव बताता है कि बाड़मेर में 2016 में सर्वाधिक सांप निकले थे, लेकिन इस साल मार्च में ही सांपों ने बिल छोड़ दिया है। वह कहते हैं कि ज्यादा गर्मी बिलों में रहने वाले जीव जंतु सहन नहीं कर पाते हैं और फिर प्यास भी लगने लगती है। इसके लिए वे बिलों से निकलकर पानी की तलाश में बाहर आते हैं। बता दें कि इस वक्त बाड़मेर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है।
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बिच्छू से तो खुद ही निपट लेते हैं
ग्रामीण संस्कृति के लोग सांपों को भी नियंत्रण कर लेते हैं, लेकिन शहरों में आ चुके लोग यह नहीं कर पाते हैं। बिच्छू भी निकलते हैं, लेकिन बिच्छू के लिए बहुत कम कॉल आते हैं। कंपनियों में आए बाहरी लोग या अफसर बिच्छू आने पर भी बुला लेते हैं।
बाड़मेर में कोबरा ज्यादा
बाड़मेर में पकड़ में आए सांपों में कोबरा ज्यादा है। जो काले रंग का लंबा सांप होता है। इसके अलावा वाइपर, रेसर, बोआ सहित अन्य प्रजातियों के सफेद सांप भी रहते हैं।