पोस्टरों में कुलवीर की तस्वीर के साथ साथ कुछ कॉन्टैक्ट नंबर भी दिए गए हैं, जिन पर उसकी सूचना साझा की जा सकती है।
आतंकियों की मदद में था शामिल
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में सामने आया है कि कुलवीर सिंह सिद्धू पंजाब पुलिस पर हमले के बाद फरार हुए तीन खालिस्तानी आतंकियों – गुरविंदर सिंह, जसनप्रीत सिंह और वीरेंद्र सिंह की मदद कर रहा था। उसने इन आतंकियों को पीलीभीत के पूरनपुर इलाके में छिपने का ठिकाना दिलवाया था। जानकारी के अनुसार, कुलवीर ने फोन के माध्यम से इन तीनों से संपर्क किया था और पूरनपुर पहुंचने की सलाह दी थी। उसकी सिफारिश पर ही गजरौला के जप्ती गांव निवासी जसपाल ने आतंकियों के लिए होटल हरजी में एक कमरा बुक कराया था। बाद में 23 दिसंबर को हुए एनकाउंटर में तीनों आतंकी मारे गए, जिसके बाद कुलवीर का कनेक्शन सामने आया।
हरियाणा से जुड़ा है आतंकी
यमुनानगर (हरियाणा) का रहने वाला कुलवीर सिंह सिद्धू, कोरोना महामारी के दौरान लगभग 10 महीने तक गजरौला के जप्ती गांव में रुका था। वहां रहते हुए उसने युवाओं के साथ नेटवर्क बनाया और उन्हें विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर अपने संगठन में जोड़ा। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कुलवीर पर पिछले साल पंजाब में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के एक नेता की हत्या का आरोप है। इस मामले में भी NIA उसकी तलाश कर रही है। आशंका जताई गई थी कि वह घटना के बाद विदेश फरार हो गया है।
पुलिस ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
पूरनपुर कोतवाली सहित कई स्थानों पर लगाए गए पोस्टरों में कुलवीर की पहचान और इनाम की जानकारी दी गई है। साथ ही लोगों से अपील की गई है कि यदि किसी को भी इस संदिग्ध के बारे में कोई जानकारी हो तो निर्दिष्ट फोन नंबरों पर संपर्क करें। पुलिस को उम्मीद है कि स्थानीय स्तर पर कुछ सुराग मिल सकते हैं, जिससे उसकी गिरफ्तारी संभव हो सके।