दोस्ती बढ़ते ही युवती ने दिल्ली बुलाकर परिवार से मिलवाया
बिथरी चैनपुर फरीदापुर इनायत खां निवासी युवक सुरेश की मुलाकात रामपुर में एक शादी समारोह के दौरान दिल्ली की आरती नाम की युवती से हुई थी। आरती ने खुद को दिल्ली पुलिस में तैनात बताया और दावा किया कि वह स्वरूप नगर, दिल्ली में रहती है और उसका पैतृक गांव रामपुर के मिलक थाना क्षेत्र में है। आरती ने बातचीत में सुरेश से उसकी पढ़ाई लिखाई पूछी, जिस पर सुरेश ने खुद को एमबीए पास बताया। कुछ ही समय में दोनों की दोस्ती बढ़ गई। आरती ने सुरेश को दिल्ली बुलाया और अपने घर ले जाकर अपने पूरे परिवार से मिलवाया।
सगाई में युवती को युवक ने दिए 2 लाख और आईफोन
परिवार वालों ने सुरेश को खूब लुभावनी बातें सुनाईं कहा कि उनके रिश्तेदार ऊंचे पद पर हैं और कई लोगों को नौकरी लगवा चुके हैं। सुरेश उनकी बातों में आ गया। रिश्ता भी पक्का हो गया। आरती की गोदभराई के मौके पर सुरेश ने करीब 2 लाख के जेवरात और महंगे कपड़े दिए। आरती ने आईफोन की ज़रूरत बताकर सुरेश से वो भी खरीदवा लिया।
नौकरी के नाम पर ऐंठे 2.5 लाख रुपये, विरोध पर मारपीट
युवती ने नौकरी के नाम पर 2.5 लाख और ऐंठ लिए। कुछ दिन बाद सुरेश को पता चला कि आरती पुलिस में काम नहीं करती और पूरा मामला फर्जी है। जब सुरेश ने शादी से इनकार किया और पैसे वापस मांगे, तो आरती के परिवार ने 5 लाख और मांगे। मना करने पर को आरती और उसके घरवाले सुरेश के घर पहुंच गए, गाली-गलौज और मारपीट की, जान से मारने की धमकी दी। मोहल्ले के लोग जमा हो गए, तब जाकर आरोपी वहां से भागे।
झूठे केस में फंसाकर युवक को भेजा जेल, एफआईआर दर्ज
आरोपियों ने सुरेश के खिलाफ दिल्ली में एक फर्जी रेप केस दर्ज करा दिया और उसे जेल भिजवा दिया। पीड़ित परिवार का कहना है कि ये एक संगठित गिरोह है, जो भोले-भाले युवकों को शादी और नौकरी का झांसा देकर लूटता है और बाद में फंसाता है। इस मामले में युवक के भाई ने आईजी डॉ. राकेश सिंह से शिकायत की। आईजी के आदेश पर मां कलावती, बहन रजनी, भाई राकेश, बहनोई कपिल, चाचा राजेन्द्र, अजय सैनी व मुकेश पर बिथरी चैनपुर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।