30-50 लाख श्रद्धालु आने की उम्मीद
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामनवमी मेले में 30 से 50 लाख श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की उम्मीद है। राम मंदिर परिसर में नौ दिवसीय उत्सव की योजना बनाई जा रही है, जिसकी योजना ट्रस्ट की वेबसाइट पर डाली जाएगी। उन्होंने बताया कि 29 मार्च से छह अप्रैल तक अंगद टीला के परिसर में अतुल कृष्ण भारद्वाज राम कथा सुनाएंगे।
रामनवमी पर भव्य रामकथा
राम मंदिर परिसर में रामकथा का आयोजन दूसरी बार होने जा रहा है। इससे पहले प्रतिष्ठा द्वादशी समारोह के दौरान अंगद टीला परिसर में रामकथा महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया था। रामनवमी के पावन अवसर पर राम मंदिर परिसर को फूलों से सजाया जाएगा। गर्भगृह में विशेष रूप से फूल बंगला झांकी सजेगी। रामनवमी अनुष्ठान और यज्ञ
रामनवमी की प्रतिपदा तिथि से ही राम जन्मभूमि परिसर की यज्ञशाला में अनुष्ठानों का क्रम शुरू हो जाएगा। वाल्मीकि रामायण, रामचरित मानस व आनंद रामायण का नवाह्न पारायण होगा। श्रीराम के मंत्र से एक लाख आहुतियां यज्ञकुंड में अर्पित की जाएंगी। अंगद टीला परिसर में श्रद्धालुओं को निशुल्क भोग प्रसाद का वितरण भी किया जाएगा।
चार मिनट का होगा सूर्य तिलक
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि रामनवमी को ठीक 12 बजे सूर्य की किरणें रामलला के ललाट को प्रकाशित करेंगी, इसे सूर्य तिलक का नाम दिया गया है। बताया कि चार मिनट तक 75 मिमी आकार का तिलक रामलला के ललाट को सुशोभित करेगा । राम जन्मोत्सव के उत्सव का दूरदर्शन पर लाइव प्रसारण किया जाएगा। राम मंदिर में उस समय कुछ ही श्रद्धालु पहुंच पाएंगे, ऐसे में जो श्रद्धालु राम मंदिर परिसर में नहीं पहुंच पाएंगे वे घर बैठक रामलला के सूर्य तिलक के साक्षी बन सकते हैं। चौक-चौराहों, मठ- सजीव प्रसारण कराने की योजना है। श्रीराम जन्मोत्सव कार्यक्रम
■ चैत्र शुक्ल नवमी संवत 2081, छह अप्रैल 2025 रविवार ■ रामलला का अभिषेक- सुबह 9:30 बजे से 10:30 बजे तक। ■ पर्दा रहेगा – सुबह 10:30 बजे से 10: 40 बजे तक।
■ रामलला का श्रृंगार – सुबह 10: 40 बजे से 11:45 बजे तक (पर्दा खुला रहेगा ) ■ पर्दा रहेगा – सुबह 11: 45 बजे (भोग लगेगा ) ■ श्रीरामलला जन्म, आरती व सूर्य तिलक- दोपहर 12:00 बजे।