मंत्री मीणा ने लोगों से कहा कि हसन खां मेवाती ने देश और भूमि के मान-सम्मान के लिए बाबर से लड़ाई लड़ी। उन्होंने दिल्ली दरबार की तरफ से न लड़कर राणा सांगा के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी। क्योंकि उन्हें देश और मातृभूमि से प्रेम था। मीणा ने उपस्थित मेव समाज के लोगों से हसन खां मेवाती को लेकर एक त्योहार अथवा लक्खी मेला लगाने की अपील की। डॉ. मीणा ने गांव कौलाणी के इतिहास के बारे में चर्चा की और बताया कि यहां के बाशिन्दों ने बाबर और अंग्रेजों से लडाई लड़ी। इस दौरान उन्होंने गांव के किले को भी देखा। रघुनाथगढ़ गांव के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए गांव के विकास के लिए मेवात विकास बोर्ड के माध्यम से 1 करोड रुपए का बजट पास कराने की घोषणा भी डॉ. मीणा की ओर से की गई।
गोपालगढ़ कांड चर्चा से की शुरुआत डॉ. मीणा ने सभा को सम्बोधित करने की शुरुआत में गहलोत सरकार में हुई गोपालगढ कांड की घटना की चर्चा से की और बताया कि घटना में 9 लोगों की मौत हुई थी और मृतकों के शव को तालाबोंं में फेंक दिया गया था। ये घटना पूरे देश को शर्मसार करने वाली घटना थी। मेव समाज मेरे पास आया, जिस पर मैं मामले में आंधवाड़ी की बड़ी सभा में शामिल हुआ था। गहलोत सरकार की पुलिस ने तय किया था कि किरोड़ी को जयपुर से नहीं निकलने दिया जाएं तो मैं भेष बदल कर सभा में पहुंच गया था। उसका परिणाम ये हुआ कि मामले में एसपी और कलक्टर को सस्पेण्ड किया गया और उस समय के गृहमंत्री शांति धारीवाल को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा और परिवार को भी आर्थिक सहायता देनी पड़ी। मैं बाइक से आया तो राहुल गांधी भी बाइक पर सवार होकर घटनास्थल पर पहुंचे, जिसके बाद कार्रवाई हुई।
लोगों से अपराधों पर रोकथाम लगाने की अपील डॉ. मीणा ने कहा कि आपका डीएनए और मेरा डीएनए एक ही है। आप पर कोई परेशानी आएगी तो किरोड़ीलाल आपके साथ कंधे से कंधा मिला कर खडा है। समाज के मौजूदा लोग समाज में व्याप्त अपराधों को समाप्त करें। मैं अपील करता हूं कि हसन खां के मान और सम्मान में उनके वंशज होने के नाते लोग अपराधों को छोड़े। कानून सभी के लिए समान हैं। चाहे कोई पुलिस वाला हो या आम आदमी। मीणा ने पत्रकारों से कहा कि पीडि़त परिवार ने उन्हें बताया कि किस प्रकार पुलिस वालों ने दबिश के दौरान पैर रखकर उनकी बेटी को मार दिया। इस मामले में जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। डाॅ. मीणा ने कहा कि मेवात का इलाका अपराध की वजह से बदनाम हैं। अपराधी की कोई जाति नहीं होती। जिस समाज में अपराधी ज्यादा हो जाए, उस समाज को चिन्ता करनी चाहिए कि समाज में सुधार किया जाए। इसके लिए समाज के लोगों को समाज सुधार के लिए बैठक का आयोजन होना चाहिए। सरकार कोई हो मेरी हो या कांग्रेस की हो, मैं रुकता नहीं। कई लोगों ने मुझसे कहा कि आप वहां मत जाओ, आपका पहले से ही टंटा चल रहा है। मैं बोला एक और टंटा हो जाएगा। पुलिस दबिश के दौरान हुई बच्ची की मौत के मामले में मैं डीजी, एसपी और मुख्यमंत्री से भी बात करूंगा। लोगों ने बताया कि पुलिस और पुलिस के दलाल निर्दोष लोगों को पकड कर लूट रहे हैं और दोषियों को छोड रहे हैं। दोषियों और दलालों को छूट दी जा रही हैं। मीणा ने अपने भाषण के दौरान पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए उनकी कार्रवाई को रबड को सांप बनाने जैसी बताया।
फोन टैपिंग से ज्यादा है मेरी स्पीड:किरोड़ी अलवर. जिले के प्रभारी मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि फोन टैप की स्पीड से भी तेजी से वह दौड़ते हैं। वह मुद्दों को यूं ही खत्म नहीं होने देंगे। जनता की सेवा से बढक़र कुछ नहीं है। वह जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाते रहेंगे। उनके लिए कोई लक्ष्मण रेखा नहीं है। किरोड़ी सोमवार को मेव समाज की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता हैए पराजित नहीं। साइबर क्राइम पर पिछली सरकार ने ध्यान नहीं दिया, लेकिन भाजपा सरकार आते ही कार्रवाई शुरू हुई। इस कार्रवाई में दोषी बच नहीं सकेंगे और निर्दोष लोगों पर कार्रवाई होने नहीं देंगे। प्रभारी मंत्री किरोड़ी लाल मेव समाज की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि नौगांवा आदि जगहों के ऐसे लोग मेरे पास आए हैं, जिन पर जबरन साइबर अपराध का केस किया गया है। पूर्व मंत्री नसरू खान ने उनसे मिलवाया है। ऐसे में निर्दोष लोगों पर कार्रवाई नहीं होगी। पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। दलाल हो या फिर मिलीभगत करने वाले पुलिस वाले, इन सभी की जांच कराएंगे। पूर्व मंत्री नसरू खान ने पुलिस के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि चार थानों में अपने लोगों की तैनाती की गई है, जो लोगों को परेशान करने का काम कर रहे हैं।
एसआई भर्ती को लेकर उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार में 17 पेपर लीक हुए, लेकिन सरकार कुंडली मारकर बैठी रही। लेकिन सरकार बदलते ही 50 सब-इंस्पेक्टर समेत 35 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हमारा प्रयास है कि पेपर रद्द हो और राजस्थान में कोई फर्जी पुलिसकर्मी न बने। इन मुद्दों को मरने नहीं देंगे।