20 लाख असली दो, एक करोड़ नकली लो
आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि यह गिरोह लंबे समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में नकली नोटों की सप्लाई कर रहा था। आरोपी वीडियो कॉलिंग के माध्यम से लोगों से संपर्क करते थे और फिर उन्हें एक सौदे का झांसा देकर नकली नोटों की आपूर्ति करते थे। उनके द्वारा इस्तेमाल किए गए तरीके में 20 लाख रुपए के असली नोट देकर एक करोड़ रुपए की नकली करेंसी प्राप्त करने का लालच दिया जाता था।
गांव के लोगों को इस तरकीब बनाते थे निशाना
पुलिस ने बताया कि आरोपी दिल्ली से नकली नोट मंगवाते थे और फिर इन्हें अलग-अलग जगहों पर सप्लाई करते थे। गांवों में लगने वाले पशु मेलों में इन नकली नोटों का इस्तेमाल किया जाता था। इसके साथ ही आरोपियों के पास से 6 किलो गांजा भी बरामद हुआ है, जिसकी अनुमानित कीमत एक लाख रुपए के करीब है। क्षेत्राधिकारी महेश सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एक अंतर जिला गिरोह को पकड़ा गया है, जो मुख्य रूप से निम्न गुणवत्ता वाले जाली नोटों के जरिए लोगों को ठगने का काम करता था। साथ ही, यह गिरोह गांजे के अवैध व्यापार में भी सक्रिय था।
छह किलो गांजा बरामद
पूछताछ में पता चला कि ये लोग दिल्ली आदि स्थानों से जाली नोट मंगवाते थे और फिर वीडियो कॉल के माध्यम से लोगों को नोट दिखाकर झांसा देते थे। शातिर गिरोह 20 लाख रुपए में 1 करोड़ रुपए के जाली नोट देने का लालच देकर लोगों को बेवकूफ बनाता था। आरोपियों के पास से लगभग छह किलो गांजा बरामद किया गया है, साथ ही दो करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की निम्न गुणवत्ता वाली जाली नोट और हथियार भी जब्त किए गए हैं। यह मूल रूप से 500 रुपए के नोट हैं। बरामद गांजे की बाजार में अनुमानित कीमत करीब एक लाख रुपए के आसपास है। उन्होंने आगे बताया कि इनके खिलाफ पहले भी मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। पुलिस को मुखबिरों से सूचना मिली थी कि चारों बदायूं से आ रहे थे और अलीगढ़ में डिलीवरी देने वाले थे। इसके बाद चेकिंग अभियान के दौरान इनकी कार दिखाई दी। जब इन्हें रोकने की कोशिश की गई, तो ये भागने लगे, लेकिन पुलिस ने पीछा कर इन्हें धर दबोचा।