पाकिस्तान के गृह , रक्षा और सूचना मंत्री से इस्तीफ़ा देने की मांग की थी
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले विपक्षी गठबंधन ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाफर एक्सप्रेस में हुए आतंकवादी हमले को बड़ी सुरक्षा चूक करार देते हुए पाकिस्तान के गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और सूचना मंत्री से इस्तीफ़ा देने की मांग की थी।
बलूचिस्तान जाफ़र एक्सप्रेस हाइजेक: कब कहां क्या हुआ ?
यह घटना 20 फरवरी 2025 को बलूचिस्तान प्रांत के इलाके में पेश आई। जाफ़र एक्सप्रेस को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने हाइजेक किया और ट्रेन को रोक कर यात्रियों को 6 घंटे तक बंधक बनाए रखा था। इस दौरान ट्रेन के सभी यात्री विद्रोहियों के कब्जे में थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 6 से 8 आतंकवादी इस हाइजेकिंग में शामिल थे। इस घटना में कम से कम 3 सैनिक शहीद हुए, जो ऑपरेशन के दौरान विद्रोहियों से लड़ते हुए मारे गए। इस हाइजेकिंग के दौरान 10 आम नागरिक मारे गए और लगभग 20 लोग घायल हो गए थे।
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी ने क्या कहा था ?
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफ़र एक्सप्रेस हाइजेक करने के बाद एक बयान जारी किया था, जिसमें उन्होंने इसे बलूचिस्तान के स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बताया था। उनके अनुसार, इस हमले का उद्देश्य पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा बलों को चुनौती देना था, जो उनके मुताबिक बलूचिस्तान में मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रहे हैं और वहाँ के लोगों को दमन का शिकार बना रहे हैं। BLA ने यह भी दावा किया कि यह कार्रवाई पाकिस्तान के कब्जे वाले बलूचिस्तान में उनके संघर्ष को उजागर करने के लिए थी। यह बयान उनकी राजनीतिक और सैन्य रणनीति का हिस्सा था, जिसमें उन्होंने बलूचिस्तान में पाकिस्तान की नीतियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की चेतावनी दी थी।