सिंहस्थ भूमि अधिग्रहण को लेकर किसानों की नाराजगी दूर करने और योजना में साथ लाने को लेकर नए सिरे से प्रयास शुरू हुए हैं। होली पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दो दिन शहर में रहने पर सिंहस्थ भूमि के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। प्रशासनिक सूत्र बता रहे हैं, इस मुद्दे किसानों की समस्या को समझा गया और उन्हें दूर करने के उपाय पर चर्चा की गई।
40-60 के अनुपात में ली जाएगी जमीन
बताया गया कि किसानों को लैंड पूलिंग योजना में आधी जमीन नहीं लेकर कम की जाए यानी, 40-60 के अनुपात में जमीन ली जाए। इससे किसानों की ज्यादा जमीन वापस मिल सकेगी। वहीं एक अन्य प्रस्ताव है, विकास कार्य में जितनी जमीन अधिग्रहित हो रही है उसका मुआवजा दिया जाए। ऐसे में किसानों को तय गाइडलाइन से मुआवजा देकर जमीन ली जा सकेगी।
अंतिम निर्णय आना बाकी
हालांकि एक विचार यह भी है कि सिंहस्थ क्षेत्र में 3061 हैक्टेयर से कम पर भी स्प्रिचुअल सिटी तैयार हो सकती है। ऐसे में इस क्षेत्र को कम भी किया जा सकता है। अभी इन सभी बिंदुओं पर विचार होकर अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अधिकारियों को किसानों के समन्वय करने के निर्देश दिए हैं, ताकि बगैर किसी विरोध के योजना आकार ले सके।