यह रास्ता इंदौर होते हुए निकलेगा, जिससे उज्जैन और इंदौर के बीच यात्रा का समय 45 मिनट कम हो जाएगा। एक्सप्रेस-वे की लंबाई 198 किलोमीटर होगी। जिसका काम शुरु हो चुका है। इसके बनने से 50 से ज्यादा गांवों की शहर से कनेक्टीविटी बढ़ेगी।
आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेस-वे…
मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बीच परिवहन को मजबूत करने के लिए आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेस-वे की नींव रखी गई है। लागत करीब 2500 करोड़ होगी, जो 88 किमी की दूरी तय करेगा। यह ग्वालियर के निरवाली तिराहा से शुरू होकर झांसी, शिवपुरी, भिंड, मुरैना और दतिया से होते हुए यूपी के आगरा तक जाएगा। एक्सप्रेस-वे से ग्वालियर से आगरा की 3 घंटे की दूरी 2 घंटे में तब्दील हो जाएगी।
इकोनॉमिक कॉरिडोर- 1
मध्य भारत और दक्षिणी राज्यों के बीच माल और आवाजाही सुगम बनाने के लिए इस इकोनॉमिक कॉरिडोर की घोषणा की गई थी। यह इंदौर, खंडवा और बुरहानपुर से होकर महाराष्ट्र के नांदेड़ और वाशिम से तेलंगाना के हैदराबाद तक जाएगा। प्रदेश में इसकी लंबाई 300 किमी और कुललंबाई 713 किलोमीटर की होगी। लागत 6000 करोड़ रुपए है। ये भी पढ़ें:
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भोपाल को कानपुर से जोड़ने के लिए इस इकोनॉमिक कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। अनुमानित लागत 12,000 करोड़ है। भोपाल से सांची, विदिशा, ग्यासपुर, राहतगढ़, सागर, छतरपुर केसटई घाट और ओरछा से होते हुए उत्तर प्रदेश के कानपुर तक जाएगा। कुल दूरी 526 किमी है, जिसका 360 किमी काहिस्सा मध्यप्रदेश में है।