scriptलू ने बिगाड़ी सब्जियों की गुणवत्ता, सब्जियों के भाव गिरे | Patrika News
खास खबर

लू ने बिगाड़ी सब्जियों की गुणवत्ता, सब्जियों के भाव गिरे

किसानों को नहीं मिल रहा मोल, आम आदमी को फायदा व्यापारी बोले: आगामी दिनों में तेज होंगे भाव हाडतोड मेहनत से सब्जियों की तैयार करने वाले किसानों के अरमान तेज गर्मी ने छीन लिए हैं। जिले में पिछले एक सप्ताह से तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहने व गर्म हवाओं के कारण खेतों में सब्जियों […]

सीकरApr 22, 2025 / 11:41 am

Puran

किसानों को नहीं मिल रहा मोल, आम आदमी को फायदा

व्यापारी बोले: आगामी दिनों में तेज होंगे भाव

हाडतोड मेहनत से सब्जियों की तैयार करने वाले किसानों के अरमान तेज गर्मी ने छीन लिए हैं। जिले में पिछले एक सप्ताह से तापमान 40 डिग्री से ज्यादा रहने व गर्म हवाओं के कारण खेतों में सब्जियों की गुणवत्ता पूरी तरह प्रभावित हो गई है। जिसका नतीजा है कि सब्जियों के भावों में खासी गिरावट आई है। अधिकांश सब्जियां थोक व खुदरा में 30 से 40 प्रतिशत तक सस्ती हो गई है। तेज गर्मी के दौरान तरावट देने वाले खरबूजे और हरी ककड़ी के थोक व खुदरा भाव पचास फीसदी तक गिर गए। कई किसानों को स्थानीय टमाटर के लिए 2-3 रुपए प्रति किलो का थोक मूल्य मिल रहा है, जो उत्पादन लागत से भी कम है। इससे किसानों को भारी नुकसान हो रहा है, और वे अपनी उपज को औने-पौने दामों पर बेचने को मजबूर हैं। व्यापारियों के अनुसार मौसम परिवर्तन के कारण सब्जियों का उत्पादन तो बढ़ गया लेकिन गुणवत्ता खराब हो गई। जिससे आगामी दिनों में बेलदार प्रजाति वाली सब्जियां नष्ट होने से इनके भावों में तेजी के आसार है।

बजट हुआ प्रभावित

उपभोक्ताओं के अनुसार एक माह पहले तक आसमान छू रहे रोजमर्रा की जरूरत वाली सब्जियों के भाव औंधे मुंह गिरने से फिलहाल राहत मिली है। बाजार में खुदरा में अधिकांश सब्जियां सस्ती होने से रसोई का बजट सीधे तौर प्रभावित हुआ है। व्यापारियों के अनुसार गर्मी के मौसम में खेत में सिंचाई के बावजूद खराब हो जाने के कारण सब्जी के भाव महंगे रहते हैं, लेकिन इस साल पिछले साल की तुलना में भयंकर गर्मी पड़ने के बावजूद भी सभी सब्जियों के दाम सस्ते हैं। सब्जियों की फसलें भी तापमान वृद्धि के प्रति संवेदनशील होती हैं, इसलिए लू के कारण इनकी पैदावार में कमी आ जाती है। जब किसी सब्जी की पैदावार कम होती है तो उसकी आपूर्ति भी कम हो जाती है। इससे बाजार में उस सब्जी की कीमत बढ़ जाती है क्योंकि मांग अधिक होती है और आपूर्ति कम होती है। इसलिए लू के कारण सब्जियों के भाव गिरने के बजाए जाते हैं।

फैक्ट फाइल भाव प्रति किलो रुपए में

सब्जी— थोक— खुदरा

हरी मिर्च- 6 से 7—-40

हरा टमाटर- 4 से 8 —–20

प्याज-6 से 7 —20

हरी ककड़ी- 13 से 15—- 35 से 40
भिंडी- 35 से 40—–70 से 80

तुरई- 23 से 25— 55 से 60

घीया- चार से पांच— 17 से 20

तरबूज- पांच से आठ—20 से 25

खरबूजा- आठ से दस —- 30 से 40

इनका कहना है

सब्जियों के दाम अचानक से कम होना, पैदावार का अधिक होना है। पिछले सीजन में उत्पादन बढ़ने से और स्थानीय सब्जी की पैदावार ज्यादा हुई है। आगामी दिनों में सब्जियों की कमी के कारण भावों में तेजी आएगी।

रतनलाल सैनी, थोक विक्रेता सीकर मंडी

तापमान बढ़ने के कारण सिब्ज्यों की गुणवत्ता खराब हो गई है। इस वजह से ही सब्जियों के दाम कम हुए हैं। सब्जियों के दाम कम होने से आम आदमी को कम दामों में सब्जियां मिलने लगी है।

रवि सैनी, खुदरा विक्रेता शेखपुरा

Hindi News / Special / लू ने बिगाड़ी सब्जियों की गुणवत्ता, सब्जियों के भाव गिरे

ट्रेंडिंग वीडियो