सीकर। कोतवाली थाना पुलिस ने बंटी बबली फिल्म की तर्ज पर ठगी करने वाले दंपति सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अपने में से ही एक ठग को 10 बीघा जमीन का नकली मालिक बनाकर उसका सौदा करवा दिया। ठगी की पूरी भूमिका बनाने के लिए ग्राहक की बैठक आलीशान घर में करवाई।
1.95 करोड़ की ठगी का मामला सामने आने पर पुलिस ने उन्हें 14 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया है। प्रेसवार्ता में मामले का खुलासा करते हुए एसपी भुवन भूषण यादव ने बताया कि आरोपी नवलगढ़ रोड स्थित न्यू हाउसिंग बोर्ड निवासी कैलाशचंद शर्मा (52) पुत्र मोहनलाल शर्मा व उसकी पत्नी ममता शर्मा (40), सीकर तहसील के पीछे के निवासी शहादत अली (61) पुत्र सुलेमान काजी व इमरान (28) पुत्र मकबूल अहमद तथा मोहल्ला कुरैशियान निवासी इजाजुदीन उर्फ जाउद्दीन जाटू (50) पुत्र नन्नू खां है। उनसे 1.85 करोड़ रुपए भी बरामद किए गए हैं। ठगी का मास्टर माइंड कैलाश पहले भी आठ वारदातों को अंजाम देकर जेल जा चुका है।
शहादत को बनाया शब्बीर, जाकिर के घर हुआ सौदा
कोतवाली थानाधिकारी सुनील जांगिड़ ने बताया कि जमीन शब्बीर हुसैन के नाम थी। ऐसे में आरोपियों ने शहादत अली को शब्बीर हुसैन बताकर परिवादी से मिलवाया गया। जिस घर में सौदेबाजी हुई वह आरोपियों से मिले हुए जाकिर का था। उसकी जमीन की पहली साई मिलने के बाद मौत हो गई थी।
पुलिस के अनुसार ठगी का मास्टरमाइंड कैलाश है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में पहले से आठ मुकदमे दर्ज हैं। उसकी पत्नी ममता भी वारदात में भागीदार रही। परिवादी से रुपए ऐंठने के बाद उसी ने उन्हें अलग-अलग जगह ठिकाने लगाया था। बाद में उसकी निशानदेही पर ही रुपए जब्त कर लिए गए।
एसपी यादव ने बताया कि 12 फरवरी को चूरू के तारानगर निवासी मो. सलीम ने कोतवाली में रिपोर्ट पेश की थी। बताया कि कैलाश तिवाड़ी व इमरान ने जगमालपुरा में उसे 10 बीघा जमीन दिखाई। 2.50 करोड़ में सौदा होने पर 20 जनवरी तक रुपए देना तय हुआ। साई के 10-10 लाख रुपए दो बार सबीर हुसैन को दिलवाकर कच्ची लिखा पढ़ी के बाद कैलाश तिवाड़ी व इमरान ने उसे 12 फरवरी को सबीर हुसैन के घर बुलाया।
यहां रुपए मांगने पर उन्हें 1 करोड़ 74 लाख 50 हजार रुपए नगद दे दिए। इसके बाद कैलाश व इमरान ने जमीन की रजिस्ट्री करवाने के लिए रजिस्ट्रार कार्यालय भेज दिया। यहां शाम छह बजे तक इन्तजार करने पर वे नहीं आए और ना ही फोन उठाया। इस पर उसे ठगी का अहसास हुआ। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की।
वेश बदलकर किया पीछा, ट्रेन से किया गिरफ्तार
एसपी ने बताया कि पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी शातिर ठग हैं। ठगी के जुर्म में पहले भी जेल जा चुके हैं। इसके बाद उनकी तलाश के लिए पुलिस की विशेष टीम बनाई। टीम ने सिर पर पगड़ी तो कभी शॉल ओढ़कर रास्ते व स्टेशनों पर बैठकर लोकेशन के हिसाब से उन्हें ट्रेस करना शुरू किया। इस दौरान इमरान व इजाजुदीन सवाईमाधोपुर में ट्रेन में पकड़े गए। अन्य आरोपी कैलाश को झीगर के पास व अन्य दो को घरों से गिरफ्तार किया गया।
इनकी अहम भूमिका
एसपी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने में हेड कांस्टेबल दुर्गाराम, कांस्टेबल दिनेश कुमार, कांस्टेबल दिलीप कुमार, कांस्टेबल साइबर सेल राकेश कुमार की अहम भूमिका रही है।