पिछले दस वर्षों में देश “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के रूप में उभरा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई वर्षों बाद उन्हें यहां आने का अवसर मिला है। अतीत को याद करते हुए सीएम ने कहा कि उन्होंने 2008 के समय को याद करते हुए कहा कि तब यहां अराजकता और असुरक्षा का माहौल था। लेकिन पिछले दस वर्षों में भारत में व्यापक बदलाव आया है। पहले भारत के सामने पहचान का संकट था, लेकिन आज यह ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और जल्द ही तीसरी आर्थिक महाशक्ति बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नया भारत अपनी ताकत और सौहार्द का अहसास करा रहा है।
भव्य राम मंदिर और महाकुंभ की सामर्थ्य दुनिया देखी
अयोध्या में 500 साल की दासता की बेड़ियां टूटने और राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर के निर्माण का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब देश अपनी विरासत पर गर्व करता है, तो महाकुम्भ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु सनातन धर्म के सामर्थ्य को दुनिया के सामने प्रस्तुत करते हैं।
नवरात्र पर शुरू हुआ यह शैक्षिक केंद्र बड़े संस्थान के रूप में आलोकित होगा
सीएम योगी ने बताया कि आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मातृभाषा में शिक्षा शुरू हुई है, जिससे मेडिकल, इंजीनियरिंग और मानविकी के क्षेत्र में प्रगति हो रही है। उन्होंने 18 अटल आवासीय विद्यालयों, 57 जनपदों में मुख्यमंत्री कम्पोजिट विद्यालयों और कस्तूरबा विद्यालयों के उन्नयन का विशेष रूप से जिक्र किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु गोरक्षनाथ ज्ञानस्थली का पहला सत्र शुरू हो चुका है, जिसमें अबतक 150 छात्रों ने पंजीकरण कराया है। उन्होंने विश्वास जताया कि नवरात्र के इस पावन अवसर पर शुरू हुआ यह केंद्र एक बड़े शिक्षण संस्थान के रूप में क्षेत्र को आलोकित करेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयता, संस्कार और मातृभूमि की परंपराओं से शिक्षा को जुड़ना होगा।
इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर कविता शाह, जिला पंचायत अध्यक्ष शीतल सिंह, पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ विधायक जय प्रताप सिंह, श्यामधनी राही, विनय वर्मा, पूर्व मंत्री सतीश द्विवेदी, गोसेवा आयोग के उपाध्यक्ष महेश शुक्ला, गुरु गोरखनाथ ज्ञानस्थली के अध्यक्ष और पूर्व विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह, निदेशक प्रवीण पांडेय, प्रदीप सिंह, आकाश सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान, जिला प्रभारी हरिचरण कुशवाहा सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।