लगातार अधिकारियों का चल रहा निरीक्षण
अगस्त 2024 में ब्रिज नंबर-94 में दरार आने के बाद लगभग दो माह तक दिल्ली से रेलवे बोर्ड सहित रेलवे के विभिन्न विभाग से गठित टीमों ने ब्रिज का निरीक्षण किया था। इसके बाद नया ब्रिज बनने का काम शुरु हुआ। लगभग पांच माह तक कार्य किया गया। एक हफ्ते पहले ही ब्रिज का कार्य पूरा हुआ है। तब से लगातार बिलासपुर जोन एवं नागपुर मंडल से रेलवे के अधिकारी निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं।
अगस्त 2024 में ब्रिज नंबर-94 में दरार आने के बाद लगभग दो माह तक दिल्ली से रेलवे बोर्ड सहित रेलवे के विभिन्न विभाग से गठित टीमों ने ब्रिज का निरीक्षण किया था। इसके बाद नया ब्रिज बनने का काम शुरु हुआ। लगभग पांच माह तक कार्य किया गया। एक हफ्ते पहले ही ब्रिज का कार्य पूरा हुआ है। तब से लगातार बिलासपुर जोन एवं नागपुर मंडल से रेलवे के अधिकारी निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं।
बिलासपुर जोन से ही संयुक्त टीम देगी हरी झंडी
ब्रिज नंबर-94 एवं ट्रैक के निर्माण के बाद कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी(सीआरएस) का निरीक्षण कराना जरूरी है। हालांकि बताया जाता है कि सीआरएस के मार्गदर्शन में नागपुर मंडल एवं बिलासपुर जोन की एक संयुक्त टीम बन चुकी है। यह टीम ही निरीक्षण करने के बाद ब्रिज से ट्रेन चलाने की अनुमति दे सकती है।
ब्रिज नंबर-94 एवं ट्रैक के निर्माण के बाद कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी(सीआरएस) का निरीक्षण कराना जरूरी है। हालांकि बताया जाता है कि सीआरएस के मार्गदर्शन में नागपुर मंडल एवं बिलासपुर जोन की एक संयुक्त टीम बन चुकी है। यह टीम ही निरीक्षण करने के बाद ब्रिज से ट्रेन चलाने की अनुमति दे सकती है।
पैसेंजर ट्रेनों को मिल सकती है हरी झंडी
शनिवार को अधिकारियों के निरीक्षण के बाद ब्रिज नंबर-94 पर ट्रेन चलाने की अनुमति मिलने की पूरी संभावना है। हालांकि बताया जाता है कि पहले मालगाड़ी और फिर पैसेंजर ट्रेन चलाई जाएगी। इसके बाद ही एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस अभी कुछ दिन डायवर्ट मार्ग से ही चलेगी। वहीं रीवा-इतवारी एक्सप्रेस भी कुछ दिन और रद्द रहेगी। हालांकि एक हफ्ते में छिंदवाड़ा से इतवारी तक पैसेंजर ट्रेन चलाई जा सकती है।
शनिवार को अधिकारियों के निरीक्षण के बाद ब्रिज नंबर-94 पर ट्रेन चलाने की अनुमति मिलने की पूरी संभावना है। हालांकि बताया जाता है कि पहले मालगाड़ी और फिर पैसेंजर ट्रेन चलाई जाएगी। इसके बाद ही एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा। अगर ऐसा हुआ तो नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस अभी कुछ दिन डायवर्ट मार्ग से ही चलेगी। वहीं रीवा-इतवारी एक्सप्रेस भी कुछ दिन और रद्द रहेगी। हालांकि एक हफ्ते में छिंदवाड़ा से इतवारी तक पैसेंजर ट्रेन चलाई जा सकती है।
मई तक ट्रेनों को किया गया है निरस्त
रेलवे ने कुछ दिन पहले ही आदेश जारी किया है। जिसमें रीवा-इतवारी एक्सप्रेस को 30 मई तक निरस्त रहने एवं नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस को डायवर्ट मार्ग से ही चलाने की बात कही गई है।
रेलवे ने कुछ दिन पहले ही आदेश जारी किया है। जिसमें रीवा-इतवारी एक्सप्रेस को 30 मई तक निरस्त रहने एवं नागपुर-शहडोल एक्सप्रेस को डायवर्ट मार्ग से ही चलाने की बात कही गई है।
ब्रिज में आई थी बड़ी दरार
25 अगस्त 2024 को पांढुर्ना जिले के सौंसर में अधिक वर्षा होने के कारण रेलवे ब्रिज नंबर-94 में दरार आ गई। इसके बाद ट्रैक को सस्पेंड कर दिया गया। रेलवे बोर्ड से आई टीम ने ब्रिज में आई दरार को लेकर काफी जांच पड़ताल की। लगभग दो माह बाद नए ब्रिज निर्माण के लिए दोनों तरफ आधा-आधा किलोमीटर की पटरी को भी उखाड़ दिया गया। इसके बाद कार्य शुरु हुआ।
25 अगस्त 2024 को पांढुर्ना जिले के सौंसर में अधिक वर्षा होने के कारण रेलवे ब्रिज नंबर-94 में दरार आ गई। इसके बाद ट्रैक को सस्पेंड कर दिया गया। रेलवे बोर्ड से आई टीम ने ब्रिज में आई दरार को लेकर काफी जांच पड़ताल की। लगभग दो माह बाद नए ब्रिज निर्माण के लिए दोनों तरफ आधा-आधा किलोमीटर की पटरी को भी उखाड़ दिया गया। इसके बाद कार्य शुरु हुआ।