बिना सीसीटीवी कैमरे वाले इलाकों की हो रही पहचान
एसपी ने बताया, “जिन इलाकों में सीसीटीवी कैमरा है, उनकी पहचान की जा रही है। 24 नवंबर के दिन हुई हिंसा में सबसे पहले सीसीटीवी कैमरों को तोड़ा गया था। इस बात का ध्यान रखते हुए सीसीटीवी कैमरों का पता लगाया जा रहा है।”
जुलूसों की जानकारी जुटा रही पुलिस
एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने बताया, “आने वाले समय में कई महत्वपूर्ण त्योहार आने वाले हैं, जिसमें नवरात्रि, ईद, रामनवमी, हनुमान जयंती और अंबेडकर जयंती हैं। इन खास दिनों पर निकलने वाले जुलूसों की जानकारी जुटाई जा रही है। जुलूस कहां-कहां से निकलेंगे, उनके लिए कौन से रास्ते महत्वपूर्ण हैं, इन सभी विषयों की विशेष तैयारी की जा रही है।” उल्लेखनीय है कि संभल उत्तर प्रदेश के संवेदनशील जिलों में से एक है। हाल ही में यहां पर कोर्ट के आदेश पर जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़की थी। इस दौरान पुलिस पर पत्थरबाजी की गई थी। इसी मामले में पूछताछ के लिए एडवोकेट जफर अली की गिरफ्तारी भी हुई, जिसके बाद कई वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया।
दरअसल, संभल के शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली को विवादित स्थल पर पत्थरबाजी और फायरिंग के मामले में पूछताछ के बाद रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जफर अली को कोर्ट के सामने पेश किया था।