इसलिए हो रहा बाजार का विरोध
स्थानीय सभाषद वाजिद का कहना है कि पिछले दिनों बाजार में बच्चों के बीच विवाद हो गया था। इस विवाद के बाद हिंदू संगठन इस बाजार का विरोध कर रहे हैं। प्रशासन ने उस विवाद की जांच कर रहा है ऐसे में पैठ बाजार के ना लगने से छोटे दुकानदारों के सामने उनकी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो रहा है। इन दुकानदारों ने भी कहा है कि अगर पैठ बाजार नहीं लगा तो वो कहां जाएंगे।
रामलीला मैदान में लगता है बाजार
यह पैठ बाजार रामलीला मैदान में लगता है। यहां एक धार्मिक स्थल भी है। जब-जब यहां धार्मिक कार्यक्रम होता है तो पैठ बाजार को रद्द कर दिया जाता है। अब हिंदू संगठन हमेशा के लिए पैठ बाजार को रद्द करने पर अड़ गए हैं। बुधवार को इन्होंने यहां हवन पूजन किया और बाजार नहीं लगने दिया। अब बाजार लगाने वालों का कहना है कि धार्मिक स्थल छह सात दशकों से हैं जबकि पैठ बाजार 100 साल से भी पुराना चला आ रहा है।