गाड़ी में बना रखी थी चलती-फिरती लैब
गंगोह थाना पुलिस की टीम ने इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। कोतवाली प्रभारी पीयूष दीक्षित ने बताया कि, ये लोग दिल्ली से कच्चा माल लाते थे। फिर चलती फिरती अपनी गाड़ी में ही ऑक्सी टॉक्सिन इंजेक्शन तैयार करते थे। इसके बाद तैयार माल को डिमांड अनुसार आस-पास के राज्यों में सप्लाई करते थे। इन इंजेक्शन के बदले ये लोग युवाओं की जिंदगी को नर्क बनाकर मोटा मुनाफा कमा रहे थे।
लाखों रुपये नकद और 575 इंजेक्शन मिले
पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम नूरहसन भूरा और सोनू बताए हैं। ये तीनों सगे भाई हैं। इनके दो अन्य साथी फरार हो गए। पूछताछ में बताया कि दिल्ली का एक व्यक्ति इन्हे कच्चा माल मुहैया कराता था। ये यू-ट्यूब और गूगल से सीखकर इस कच्चे माल से पक्का माल बनाते थे। इनके कब्जे से 8.50 लाख रुपये नकद, 575 तैयार ऑक्सीटॉक्सिन इंजेक्शन और करीब 30 लीटर कच्चा माल मिला है।