पहले बच्चे के खिलाया पबजी गेम फिर उतारा मौत के घाट
एसपी देहात सागर जैन के अनुसार पकड़े गए हत्यारोपी अंकित ने बताया कि वह आम के बाग में बैठकर मोबाइल फोन में गेम खेल रहा था। इसी दौरान महज 12 साल का एक बच्चा इसके पास आता है। इस बच्चे का नाम प्रिंस था। इसने प्रिंस को अपने फोन में पबजी गेम खिलाया और फिर कुछ देर बाद फोन वापस ले लिया। इस पर बच्चें ने दोबारा गेम खिलाने के लिए कहा तो इस युवक ने बच्चे को ईंख के खेत में साथ चलने के लिए कहा। बच्चा समझ ही नहीं पाया कि युवक के दिमाग क्या विकृत विचार चल रहे थे। इस तरह बच्चा चल दिया। आरोप है कि युवक ने खेत में बच्चे के साथ कुकर्म करने की कोशिश की तो बच्चा चिल्ला पड़ा। इसके बाद बच्चे ने कहा कि वह अपने मम्मी-पापा को इस घटना के बारे में बताएगा।
पुलिस पूछताछ में बताई हत्या की कहानी
पुलिस पूछताछ में अंकित ने बताया कि जब बच्चे ने ये बात कही तो वो घबरा गया और उसने प्रिंस की हत्या कर दी। ईंट से कुचल-कुचल बच्चे को मार डाला। इसके बाद घर पहुंचा और घर से फावड़ा लेकर दोबारा ईंख के खेत में गया जहां इसने बच्चे को शव मिट्टी खोदकर दबा दिया। इसने पुलिस से बचने के लिए सभी प्रयास किए लेकिन एक बड़ी गलती कर बैठा। इसी गलती के सहारे पुलिस हत्यारोपी अंकित पुत्र जोगेंद्र पुत्र सुक्का निवासी भायला तक जा पहुंची। इस तरह पुलिस ने जब इससे पूछताछ की तो इसने सारी वारदात उगल दी।
आप भी रखें ध्यान फोन में क्या देख रहा बच्चा
अंकित अपने मोबाइल फोन में गंदी वीडियो देखा करता था। इसी से इसके मन में विकृत विचार बनने लगे। इन्ही विचारों के चलते इसकी मानसिकता भी विकृत हो गई। इसी मानसिकता के चलते अंकित ने ये कदम उठाया। अपनी गलतियों को छुपाने के लिए उसने एक मासूम की बेहरमी से हत्या कर डाली। इस घटना से साफ है कि अंकित आज सलाखों के पीछे हैं उसके लिए जिम्मेदार उसका समार्ट फोन और विकृत विचार हैं। अगर आपके बच्चे के पास भी स्मार्ट फोन हैं तो आप भी ध्यान रखिएगा कि आपका बच्चा क्या देख रहा है। इसके लिए आप फोन में गूगल सर्च हिस्ट्री से पता लगा सकते हैं कि आपका बच्चा क्या देख रहा है।