जानकी मंदिर का वर्तमान में मुख्य प्रवेश द्वार झांसी हाइवे पर है। लोग इसे ही मंदिर का मुख्य द्वार समझते थे, लेकिन राम राजा धर्मशाला में चल रहे काम के बाद अब जानकी मंदिर का मुख्य दरवाजा सामने आया है। धर्मशाला से लगे इस दरवाजे को सालों पूर्व बंद कर इस पर दीवार बना दी गई थी। पर्यटन विभाग के उपयंत्री पीयूष वाजपेयी ने बताया कि यह दरवाजा बहुत सुंदर है। दरवाजे के ऊपर सुंदर आकर्षक गणेश प्रतिमा है। इसे भी मसाले से भर दिया गया है। वहीं मंदिर के पिलर पर दो सैनिक बने हैं तो इसकी दहलीज पर सुंदर कलाकृति बनाई गई है। उपयंत्री का कहना था कि इस गेट को संरक्षित किया जाएगा और जनता के लिए फिर से खोला जाएगा।
जरूरत के अनुसार किए पार्टीशन
बताया जा रहा है कि रामराजा धर्मशाला का परिसर बहुत बड़ा है। यह जानकी मंदिर से लेकर सावन भादौ और चंदन के कटोरा तक फैला है। समय के साथ उपयोग के हिसाब से यहां पर जगह जगह पार्टीशन किए गए थे। चंदन के कटोरा में एसडीएम ऑफिस के लिए पार्टीशन किया गया था तो पालकी महल में तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों के निवास के लिए पार्टीशन हुआ था। ऐसे में धर्मशाला में बनाए गए कक्षों के लिए संभवतः इस गेट को बंद कर दिया गया होगा।