पंचकल्याणक पाषाण को भगवान बनाने की क्रिया है : निर्भय सागर
तपोवन तीर्थ में आचार्य निर्भय सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में 12 से 17 अप्रेल तक श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया गया है।
तपोवन तीर्थ में आचार्य निर्भय सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में 12 से 17 अप्रेल तक श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव आयोजित किया गया है। विश्व शांति महायज्ञ की शुरुआत घट यात्रा, ध्वजारोहण, मंडप उद्घाटन, नांदी विधान व याग मंडल विधान के साथ होगी। आचार्य निर्भय सागर महाराज ने कहा कि पंचकल्याणक पाषाण को भगवान बनाने की क्रिया है। इसमें गर्भकल्याणक, जन्म कल्याणक, तप कल्याणक, ज्ञान कल्याणक और अंत में मोक्ष कल्याणक आता है। मीडिया प्रमुख मनोज जैन लालो ने बताया कि पांच दिन चलने वाले आयोजन में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। इस पंचकल्याणक महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। यह महोत्सव जैन समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है और इसका उद्देश्य लोगों को जैन धर्म के सिद्धांतों और मूल्यों के बारे में जागरूक करना है।
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