रात तीन बजे देखी आग
किसान के भाई भगत सिंह लोधी ने बताया कि वह बंडा में रहते हैं। गांव पर भाई भूपेंद्र सिंह लोधी अपने परिवार के साथ रहते हैं। रविवार को पूरा परिवार शादी में शामिल होने के लिए गया था। एक भतीजा घर पर था, लेकिन वह बाजू वाले मकान में सो रहा था और कूलर चलने के कारण उसे आग लगना समझ में ही नहीं आया। रात करीब तीन बजे भाई शादी से लौटकर घर पहुंचे, तो मकान से आग की ऊंची-ऊंची लपटें निकल रहीं थीं। उन्होंने चिल्लाकर आसपास के लोगों को जगाया और आग बुझाना शुरू किया। सूचना के बाद बंडा थाने से फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची, लेकिन सुबह 6 बजे तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद सागर से फायर ब्रिगेड पहुंची और दोनों गाड़ियों के फायर कर्मचारी लगातार तीन घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 9 बजे पूरी तरह से आग पर काबू पा सके।
बहुओं के जेवर भी जले
भगत सिंह लोधी ने बताया कि जिस मकान में आग लगी, उसमें भाई के साथ उनके दो बेटों का परिवार रहता था। हाल ही में जो गेहूं व मसूर की उपज निकली थी, वह मकान के अंदर ही थी। इसके अलावा करीब 1.50 लाख रुपए नकद, भाभी के साथ दो बहुओं के सोने-चांदी के जेवरात सहित गृहस्थी का पूरा सामान रखा था, जो जलकर खाक हो गया है।
तहसीलदार व विधायक पहुंचे
घटना की सूचना लगने के बाद सोमवार सुबह राजस्व अमले के साथ बंडा तहसीलदार मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर किसान के परिवार के बयान दर्ज किए। शाम को बंडा विधायक वीरेंद्र सिंह लोधी भी शेखपुर पहुंचे, जहां पीडि़त परिवार को सरकार के साथ खुद की तरफ से भी आर्थिक मदद करने का आश्वासन दिया है।